बोगोटा : कोलंबिया ने पहलगाम हमले के जवाब में भारत के सैन्य हमलों के बाद हुए जान-माल के नुकसान को लेकर पाकिस्तान के प्रति संवेदना व्यक्त करने वाला अपना बयान वापस ले लिया है। भारत के सर्वदलीय प्रतिनिधिमंडल ने पाकिस्तान द्वारा सीमा पार आतंकवाद को लगातार समर्थन दिए जाने की बात कोलंबिया के सामने रखी जिसके बाद कोलंबिया ने पहले दिया गया अपना बयान वापस ले लिया। सर्वदलीय प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व कर रहे कांग्रेस नेता एवं सांसद शशि थरूर ने कोलंबिया की उप विदेश मंत्री रोजा योलांडा विलाविसेंशियो से मुलाकात के बाद बोगोटा द्वारा विवादास्पद बयान वापस लिए जाने की पुष्टि की।
थरूर सीमा पार आतंकवादी गतिविधियों को पाकिस्तान के समर्थन से और आतंकवाद को कतई बर्दाश्त नहीं करने के भारत के दृष्टिकोण से अवगत कराने के लिए कोलंबिया की यात्रा पर गए प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व कर रहे हैं। थरूर ने सोशल मीडिया पर एक पोस्ट में कहा, ‘आज की शुरुआत कोलंबिया की विदेश उप मंत्री रोजा योलांडा विलाविसेंशियो और एशिया-प्रशांत क्षेत्र के मामलों से जुड़े उनके वरिष्ठ सहयोगियों के साथ एक शानदार बैठक से हुई। मैंने हाल की घटनाओं पर भारत के दृष्टिकोण से उन्हें अवगत कराया और कोलंबिया द्वारा आठ मई को पाकिस्तान के प्रति ‘हार्दिक संवेदना’ व्यक्त किए जाने संबंधी बयान पर निराशा व्यक्त की।’
कांग्रेस सांसद ने कहा, ‘मंत्री ने मुझे आश्वासन दिया कि बयान वापस ले लिया गया है और उन्होंने हमारे रुख को उचित तरीके से समझा है तथा उसका पुरजोर समर्थन किया गया है।’
थरूर ने भारत की सैन्य कार्रवाई से पाकिस्तान में हुई जान-माल की हानि को लेकर कोलंबिया द्वारा संवेदना जताए जाने पर गुरुवार को गहरी निराशा व्यक्त की थी।
हालांकि, ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के बाद कोलंबिया के रुख और उसके द्वारा बयान वापस लिए जाने को लेकर नयी दिल्ली की ओर से कोई आधिकारिक बयान नहीं आया है।
बोगोटा में, भारतीय प्रतिनिधिमंडल ने ‘सेकंड कमीशन ऑफ द चैंबर ऑफ रिप्रेजेंटेटिव्स (विदेशी मामलों पर भारत की संसदीय समिति के समकक्ष) के अध्यक्ष एलेजांद्रो टोरो और ‘चैंबर ऑफ रिप्रेजेंटेटिव्स’ के अध्यक्ष (लोकसभा अध्यक्ष के समकक्ष) जैमी राउल सलामांका से भी मुलाकात की। प्रतिनिधिमंडल ने ‘कोलंबिया काउंसिल फॉर इंटरनेशनल रिलेशंस’ के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ भी बैठक की।
प्रतिनिधिमंडल में तेजस्वी सूर्या (भारतीय जनता पार्टी) भुवनेश्वर कलिता (भाजपा), मिलिंद देवरा (शिवसेना), शांभवी (लोक जनशक्ति पार्टी), जी एम हरीश बालयोगी (तेलुगु देशम पार्टी) और अमेरिका में भारत के पूर्व राजदूत तरनजीत सिंह संधू शामिल हैं।