कोलकाता: अब सिर्फ मंत्री और विधायक ही नहीं, राज्य विधानसभा के कर्मचारियों के कामकाज का भी प्रदर्शन के आधार पर मूल्यांकन किया जाएगा। गुरुवार को विधानसभा सत्र के समापन के बाद एक सांस्कृतिक कार्यक्रम में मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने इस दिशा में अहम घोषणा की।
सभी विधायको से 1000 रुपये योगदान का सुझाव
सीएम ने कहा कि विधानसभा के कर्मचारी और अधिकारी पर्दे के पीछे रहकर दिन-रात मेहनत करते हैं, लेकिन उन्हें उस तरह का सम्मान नहीं मिलता जिसके वे हकदार हैं। उन्होंने विधानसभा अध्यक्ष बिमान बंद्योपाध्याय और संसदीय कार्यमंत्री शोभनदेव चट्टोपाध्याय को निर्देश दिया कि हर साल प्रदर्शन के आधार पर सर्वश्रेष्ठ 10 कर्मचारियों को सम्मानित किया जाए। इसके लिए उन्होंने सुझाव दिया कि अगर हर विधायक 1,000 रुपये का योगदान करें, तो इस पहल को सफल बनाया जा सकता है। साथ ही ममता बनर्जी ने यह भी संकेत दिया कि विधायकों के प्रदर्शन की भी उसी तरह समीक्षा होनी चाहिए।
विधायको की परफॉर्मेंस रिपोर्ट पर पैनी नजर
टीएमसी सूत्रों के अनुसार, मुख्यमंत्री ने पहले ही वरिष्ठ नेताओं को निर्देश दे दिए हैं कि वे विधायकों का 'परफॉर्मेंस रिपोर्ट कार्ड' तैयार करें। इस रिपोर्ट में केवल विधानसभा में उपस्थिति ही नहीं, बल्कि विधायकों की सक्रियता, वक्तृत्व क्षमता, कार्यशैली, बॉडी लैंग्वेज और पार्टी के प्रति निष्ठा को भी मूल्यांकन के दायरे में लाया गया है। विधानसभा सचिवालय ने विधायकों की उपस्थिति को लेकर एक प्रारंभिक रिपोर्ट तैयार कर विधानसभा अध्यक्ष को सौंप दी है। इसे जल्द ही सार्वजनिक किए जाने की संभावना है। बताया जा रहा है कि दक्षिण कोलकाता के एक मंत्री 98 प्रतिशत उपस्थिति के साथ सबसे ऊपर हैं, जबकि एक विधायक की उपस्थिति सबसे कम पाई गई है।