CM Mamata Banerjee at Oxford 
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ऑक्सफोर्ड में ममता बनर्जी का बहुप्रतीक्षित व्याख्यान आज, लंदन में चर्चा का विषय

बालिका, बाल एवं महिला सशक्तीकरण पर होगी चर्चा

कोलकाता: आखिरकार वह दिन आ ही गया। सीएम ममता बनर्जी गुरुवार को ऑक्सफोर्ड विश्वविद्यालय के केलॉग कॉलेज में अपना बहुप्रतीक्षित व्याख्यान देंगी। लंदन के समय के अनुसार समारोह गुरुवार शाम 5 बजे केलॉग कॉलेज हब में शुरू होगा। स्वागत सत्र के बाद 5.30 बजे मुख्य चर्चा शुरू होगी। मंच पर बंगाल की मुख्यमंत्री के अलावा कॉलेज के अध्यक्ष प्रोफेसर जोनाथन मिची और कॉलेज के 'फेलो' के साथ प्रमुख उद्योगपति लॉर्ड करण बिलिमोरिया भी मौजूद रहेंगे। भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान सौरभ गांगुली के भी शामिल होने की उम्मीद है। इसमें बड़ी संख्या में छात्र, शिक्षक, विद्वान और उत्साही लोग भी भाग लेंगे। सीएम 'सामाजिक विकास - बालिका, बाल एवं महिला सशक्तीकरण' विषय पर अपना व्याख्यान देंगी।

केलॉग कॉलेज का हॉल हुआ 'हाउसफुल'

बंगाल की मुख्यमंत्री के व्याख्यान को लेकर पूरे लंदन में चर्चा है और लोग इसमें काफी दिलचस्पी ले रहे हैं। घटना से 48 घंटे पहले दुनिया की दूसरी सबसे पुराने ऑक्सफोर्ड विश्वविद्यालय के केलॉग कॉलेज का हॉल 'हाउसफुल' हो गया है। इस कार्यक्रम में प्रवेश निःशुल्क है। हालाँकि, कॉलेज के नियमों के अनुसार अग्रिम सीट आरक्षण-अवधि शुरू हो चुकी है। हजारों लोग इसे ऑनलाइन भी देखेंगे। अब जो लोग आवेदन कर रहे हैं उन्हें 'प्रतीक्षा सूची' में रहना पड़ेगा। मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के व्याख्यान को लेकर कड़ी चौकसी और पुलिस सुरक्षा बढ़ा दी गयी है।

ममता अपने कार्यप्रणाली का आकलन करेंगी

बता दें कि ममता बनर्जी देश के सबसे प्रभावशाली राजनेताओं में से एक हैं। वे न केवल एक प्रशासक, बल्कि एक प्रसिद्ध कवि और लेखिका भी हैं। बंगाल की इस पहली महिला मुख्यमंत्री के हाथों हाशिए की महिलाओं के सशक्तीकरण का एक नया अध्याय शुरू हुआ है। पुनः उनकी सांस्कृतिक गतिविधियों ने इस पीढ़ी को उनकी जड़ों से परिचित कराया है। इस तरह मुख्यमंत्री ममता की पहचान एक बहुमुखी प्रतिभाओ की धनी व्यक्तित्व के रूप में बनी है। सूत्रों के मुताबिक, प्रोफेसर मिची और करण बिलिमोरिया सूत्रधार की भूमिका निभाएंगे और सीएम ममता अपने अनुभव और कार्यप्रणाली का आकलन करेंगी। एक घंटे का यह व्याख्यान एवं चर्चा साढ़े छह बजे समाप्त होने के बाद 15 मिनट का विश्राम होगा। इसके बाद रीति-रिवाज के मुताबिक वक्ता के साथ प्रश्नोत्तर सत्र आयोजित करने की प्रथा है। उस स्थिति में भोजन के दौरान खुले सत्र के रूप में प्रश्नोत्तर सत्र होगा। स्वाभाविक रूप से बंगाल की मुख्यमंत्री के व्याख्यान को लेकर संबंधित हलकों में दिलचस्पी बढ़ गयी है।

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