प्रसेनजीत, सन्मार्ग संवाददाता
कोलकाता : उत्तर बंगाल के बाढ़ और भूस्खलन से प्रभावित जिलों में राहत एवं पुनर्वास कार्य जारी हैं। राज्य सरकार ने प्रभावित इलाकों में सामान्य स्थिति बहाल करने में महत्वपूर्ण प्रगति की है। मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने मुख्य सचिव से स्थिति की जानकारी ली और सभी जिलों में राहत एवं पुनर्वास कार्य को पूरी गति से जारी रखने के निर्देश दिए। उन्होंने प्रभावित क्षेत्रों और राहत शिविरों में उचित स्वास्थ्य, स्वच्छता, पेयजल और सैनिटाइजेशन की व्यवस्था सुनिश्चित करने पर विशेष जोर दिया।
जिला प्रशासन और संबंधित विभाग मिलकर ग्रूल किचन, अस्थाई आश्रय एवं वितरण शिविरों के माध्यम से निरंतर राहत कार्य कर रहे हैं। घर-घर सर्वे टीमों द्वारा बाढ़ प्रभावित मकानों का गेटैग्ड फोटो के साथ आकलन कर होम बिल्डिंग ग्रांट का पारदर्शी वितरण सुनिश्चित किया जा रहा है। खोए हुए दस्तावेजों के पुनः जारी करने के लिए विशेष कैंप भी लगाए जा रहे हैं। कनेक्टिविटी बहाली प्राथमिकता पर है। कलिम्पोंग के लोअर गोड़क गाँव जैसे क्षेत्रों में प्रशासन ने आपातकालीन मरम्मत कर सैकड़ों परिवारों की आवाजाही बहाल की है।
सार्वजनिक कार्य विभाग ने प्रमुख सड़कों और पुलों के पुनर्निर्माण के लिए वरिष्ठ इंजीनियर तैनात किए हैं। कृषि विभाग ने प्रभावित किसानों के लिए बीज, कृषि इनपुट और बीमा सहायता के साथ 146 मोबाइल आउटलेट संचालित कर राहत शिविरों और स्थानीय समुदायों को आवश्यक वस्तुएं उपलब्ध कराई हैं। पशु संसाधन विकास विभाग ने पशु आहार व उपचार शिविरों के माध्यम से पशुधन की रक्षा की। मुख्यमंत्री ममता बनर्जी लगातार पुनर्वास कार्य की निगरानी कर रही हैं। सरकार जीवन रक्षा, आजीविका बहाली और प्रभावित क्षेत्रों के पुनर्निर्माण के लिए हर संभव प्रयास कर रही है ताकि जल्द से जल्द सामान्य स्थिति बहाल हो सके।