सन्मार्ग संवाददाता
श्री विजयपुरम : गृह मंत्रालय, भारत सरकार के निर्देश के मद्देनजर, अंडमान और निकोबार द्वीपसमूह के दक्षिण अंडमान जिले ने ऑपरेशन अभ्यास (नागरिक सुरक्षा मॉक ड्रिल) का आयोजन किया, जिसका प्राथमिक लक्ष्य जिला प्रतिक्रिया दल की वर्तमान तैयारी के स्तर का आकलन करना और कमियों का पता लगाना था। यह परिदृश्य जवाहरलाल नेहरू राजकीय महाविद्यालय (जेएनआरएम), अंडमान और निकोबार द्वीपसमूह के पास हवाई हमले का अनुकरण था, जिसके बाद घटनास्थल पर मौजूद लोगों को निकाला गया। आग का अनुकरण, खोज और बचाव, क्षतिग्रस्त इमारत से फंसे लोगों को निकाला गया। उन्हें पास के अस्थायी अस्पताल और राहत आश्रय में स्थानांतरित किया गया। पूरे अभ्यास के दौरान अंडमान और निकोबार द्वीप समूह के जिला प्रशासन, दक्षिण अंडमान के साथ-साथ नागरिक सुरक्षा स्वयंसेवकों और आपातकालीन सहायता कार्यकर्ताओं (आपदा प्रबंधन, अंडमान और निकोबार पुलिस, स्वास्थ्य, अग्निशमन और आपातकालीन सेवाएं, एनडीआरएफ, एपीडब्ल्यूडी, बिजली, एनवाईके स्वयंसेवक, एनसीसी, एनएसएस और अन्य सभी लाइन विभाग) ने बड़े उत्साह के साथ भाग लिया। इस अभ्यास को संसद सदस्य, विष्णु पद रे और कुछ अन्य जनप्रतिनिधियों ने भी देखा। मॉक ड्रिल का संचालन अंडमान और निकोबार प्रशासन के सचिव (डीएम), एएसपीएस रविप्रकाश की देखरेख में किया गया। दक्षिण अंडमान के डिप्टी कमिश्नर अर्जुन शर्मा, सनी गुप्ता, विनायक चमड़िया, एसी (सेटल), अभिषेक गुलिया ने पूरे अभ्यास का नेतृत्व किया। ड्रिल परिदृश्य के अनुसार एएनसी ने जेएनआरएम पर हवाई हमले के बारे में एसईओसी को एक संदेश भेजा। जेएनआरएम, श्री विजयपुरम में स्थापित सायरन मानक प्रक्रिया के भाग के रूप में अभ्यास के दौरान कुछ समय के लिए बजा। अभ्यास के समय ब्लैकआउट भी किए गए और उनका अभ्यास किया गया। घटना कमांडर के निर्देश पर अंडमान क्लब में स्वास्थ्य विभाग द्वारा एक अस्थायी अस्पताल स्थापित किया गया और पास के गर्ल्स स्कूल में राहत आश्रय स्थापित किया गया। बचाए गए सभी लोगों को राहत आश्रय में स्थानांतरित कर दिया गया और घायल लोगों को उनके प्राथमिक उपचार के लिए अस्थायी अस्पताल में स्थानांतरित किया गया।