कोलकाता: पहलगाम की घटना को लेकर भारत और पाकिस्तान के बीच बने युद्ध जैसे हालात के बाद आज बुधवार को पूरा देश सुरक्षा मॉक ड्रिल देखने जा रहा है। पश्चिम बंगाल सरकार भी इस संबंध में एहतियात बरत रही है। राज्य सचिवालय नवान्न में पत्रकारों से बातचीत करते हुए राज्य के नागरिक सुरक्षा मंत्री जावेद अहमद खान ने आश्वासन दिया कि राज्य किसी भी तरह की अवांछित स्थिति के लिए तैयार है।
राज्य के सिविल डिफेंस को एनडीआरएफ से प्रशिक्षण प्राप्त है
उन्होंने कहा, अकारण कोई चिंता न करें। राज्य सदैव सतर्क है। उन्होंने यह भी कहा कि राज्य का नागरिक सुरक्षा विभाग किसी भी अन्य राज्य की तुलना में अधिक सक्षम है। राज्य के सिविल डिफेंस को एनडीआरएफ से प्रशिक्षण प्राप्त है। हर जिले में आपदा प्रबंधन कार्यालय है। हमारे कंट्रोल रूम की व्यवस्था बहुत मजबूत है। जावेद खान के अनुसार, राज्य के सिविल डिफेंस में प्रशिक्षित कर्मचारी मौजूद हैं। क्यूआरटी (त्वरित प्रतिक्रिया टीम) वैन में जेनरेटर, ऊँचे स्थान पर चढ़ने की रस्सी, जाल, लकड़ी काटने की मशीन है। राज्य में पर्याप्त संख्या में नागरिक सुरक्षा स्वयंसेवक उपलब्ध हैं। कोलकाता में 8,000, बंगाल में 51,000 प्रशिक्षित सिविल डिफेंस सिविक वॉलेंटियर, 1,500 कर्मचारी, इसके अलावा 7,200 आपदा मित्र हैं।
सभी जिलों में सैटेलाइट फोन उपलब्ध हैं
जावेद ने कहा कि राज्य के सभी सायरन की जांच की जा रही है, सभी जिलों में सैटेलाइट फोन उपलब्ध हैं। स्कूलों में पहले से ही प्रशिक्षण दिया गया है। मंत्री के अनुसार, राज्य के आपदा प्रबंधन विभाग को तीन बार राष्ट्रीय पुरस्कार मिल चुका है। खुद मुख्यमंत्री और मुख्य सचिव निगरानी कर रहे हैं। यह सरकार जनता के लिए और जनता द्वारा है। हम कोई अवांछित घटना नहीं चाहते हैं, केंद्र की गाइड लाइन और निर्देशों का पालन करेंगे। लोग सुरक्षित हाथों में हैं, उन्हें चिंतित नहीं होना चाहिए। सूत्रों के अनुसार, बुधवार को सीएम ममता बनर्जी, सीएस डॉ मनोज पंत और अन्य शीर्ष अधिकारी राज्य सचिवालय नवान्न से मॉक ड्रिल की स्थिति की निगरानी करेंगे।