कोलकाता: आज यानी गुरुवार से शुरू हो रहे 31वें कोलकाता अंतरराष्ट्रीय फिल्म महोत्सव (KIFF) में इस बार चीन की तीन उत्कृष्ट फिल्मों का प्रदर्शन होगा। यह न केवल सिनेमा प्रेमियों के लिए आकर्षण का केंद्र है, बल्कि भारत और चीन के बीच सांस्कृतिक संबंधों को और मजबूत करने की दिशा में एक बड़ा कदम भी है।
कोलकाता स्थित चीन के कौंसुल जनरल सू वेई ने कहा कि दोनों देशों के नेताओं के रणनीतिक मार्गदर्शन में चीन-भारत संबंध स्थिरता और प्रगति की ओर बढ़ रहे हैं। हाल ही में दोनों देशों के बीच सीधी उड़ानों की बहाली ने आपसी संपर्क और सांस्कृतिक संवाद को नयी दिशा दी है। उन्होंने कहा, फिल्में दो देशों के बीच समझ और मित्रता को गहराई प्रदान करती हैं।
कोलकाता फिल्म फेस्टिवल में चीनी सिनेमा की भागीदारी इस रिश्ते की मिसाल है। इस वर्ष चुनी गई तीन चीनी फिल्मों में निर्देशक चू चुन तेंग की ‘ही मैन’ (Eel), झांग झोंग झांग की ‘चांग आन शियान’ (Chang An Xi An) और बी गान की ‘रेजरेक्शन’ (Kuangye Shidai) शामिल हैं। ये फिल्में आधुनिक चीनी समाज की कहानियाँ, उनकी संस्कृति, संघर्ष और जीवन-दर्शन को सजीव रूप में प्रस्तुत करती हैं।
फेस्टिवल से पहले सू वेई ने पश्चिम बंगाल सरकार के सूचना एवं संस्कृति विभाग के प्रधान सचिव शांतनु बोस से मुलाकात की और इस चयन पर प्रसन्नता व्यक्त की। उन्होंने कहा कि चीनी कॉन्सुलेट भविष्य में भी फिल्म और कला के क्षेत्र में पश्चिम बंगाल के साथ सहयोग को बढ़ावा देगा। उद्घाटन समारोह में सू वेई की उपस्थिति इस सांस्कृतिक उत्सव की अंतरराष्ट्रीय पहचान को और सशक्त बनाएगी।