प्रसेनजीत, सन्मार्ग संवाददाता
सिलीगुड़ी : उत्तर बंगाल के नागराकाटा इलाके में सोमवार को मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने बाढ़ प्रभावित लोगों के बीच जाकर राहत सामग्री बांटी और पुनर्निर्माण कार्यों का जायज़ा लिया। इस दौरान उन्होंने एक महत्वपूर्ण घोषणा की — इलाके के एक प्राथमिक विद्यालय (प्राइमरी स्कूल) को माध्यमिक विद्यालय (सेकेंडरी स्कूल) में अपग्रेड करने का निर्देश दिया। मुख्यमंत्री ने कहा कि यह फैसला विशेष रूप से स्थानीय छात्रों और छात्राओं की सुरक्षा और सुविधा को ध्यान में रखकर लिया गया है।
दरअसल, इसदिन क्षेत्र के छात्रों ने मुख्यमंत्री के सामने अपनी समस्या रखी कि उनके इलाके में कोई सेकेंडरी स्कूल नहीं है। जो स्कूल है, वह घने जंगल के पार स्थित है, जहां जाने में उन्हें डर लगता है। यह सुनते ही ममता बनर्जी ने तुरंत प्रशासनिक अधिकारियों के साथ बैठक कर इस समस्या का समाधान करने का निर्देश दिया। उन्होंने कहा, बच्चों ने बताया कि उन्हें हर दिन जंगल पार करके स्कूल जाना पड़ता है, जिससे उन्हें डर लगता है। इसलिए मैं शिक्षा मंत्री को कहूंगी कि यहां के प्राथमिक स्कूल को ही सेकेंडरी स्कूल में परिवर्तित किया जाए। मुख्यमंत्री के इस निर्देश के बाद स्थानीय छात्रों और अभिभावकों के बीच खुशी की लहर दौड़ गई।
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नागराकाटा क्षेत्र अभी भी प्राकृतिक आपदा से पूरी तरह उबर नहीं पाया है। कई सड़कों पर अब भी वाहनों की आवाजाही संभव नहीं है। इस स्थिति में मुख्यमंत्री ममता बनर्जी पैदल चलकर पुनर्निर्माण कार्यों का निरीक्षण करती रहीं, स्थानीय लोगों से बातचीत की और स्वयं हाथों से राहत सामग्री वितरित की। उन्होंने प्रशासन को निर्देश दिया कि मरम्मत और पुनर्निर्माण का काम जल्द से जल्द पूरा किया जाए। ममता बनर्जी की इस मानवीय पहल से जहां एक ओर आपदा प्रभावित लोगों को राहत मिली है, वहीं दूसरी ओर इलाके के विद्यार्थियों को शिक्षा के क्षेत्र में एक नई उम्मीद मिली है।