कोलकाता: और कितनी जानें जाएंगी? SIR प्रक्रिया के लिए और कितनों को मरना होगा? कितनी मौतें देखने के बाद चुनाव आयोग की नींद खुलेगी? नदिया ज़िले के कृष्णानगर में एक महिला बीएलओं की आत्महत्या पर मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कड़ा सवाल उठाया है।
जानकारी के अनुसार, SIR प्रक्रिया के दौरान कृष्णानगर के छपरा विधानसभा क्षेत्र के 201 नंबर बूथ की बीएलओं रिंकू तरफदार ने शुक्रवार को अपने घर में आत्महत्या कर ली। वह पेशे से पारा-शिक्षिका थीं। परिवार के मुताबिक, उन्हें हाल ही में बीएलओं का दायित्व दिया गया था और कंप्यूटर संचालन में दक्ष नहीं होने के कारण वे कई दिनों से मानसिक दबाव में थीं। उनके कमरे से एक सुसाइड नोट मिला है, जिसमें चुनाव आयोग के अत्यधिक कार्यभार को जिम्मेदार बताया गया है। पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
इस घटना पर मुख्यमंत्री ने शोक जताते हुए कहा, एक महिला पारा-शिक्षिका की ऐसी मृत्यु बेहद दुखद है। राज्य में लगातार बीएलओं की मौत हो रही है। आयोग को तुरंत कदम उठाकर कर्मचारियों की जान बचानी चाहिए। इधर, राज्य के मुख्य चुनाव अधिकारी मनोज अग्रवाल ने कहा कि निर्धारित समय में काम पूरा करना जरूरी है, इसलिए कुछ दबाव रहता है, लेकिन बिहार में भी SIR हुआ है, हम भी कर सकते हैं। उन्होंने वास्तविक परिस्थितियों को ध्यान में रखकर कार्य करने की बात कही।