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सीबीएसई 10वीं और 12वीं के नतीजे घोषित, लड़कियों ने फिर मारी बाजी

दसवीं में 93.60% और 12वीं में 88.39% छात्र पास, इस बार भी कोई मेधावी सूची नहीं

नयी दिल्ली : केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (सीबीएसई) की 10वीं औ 12वीं कक्षा के नतीजे मंगलवार को जारी हो गये, जिसमें लड़कियों ने लड़कों से बेहतर प्रदर्शन किया। दसवीं में 93.60 प्रतिशत और 12वीं में 88.39 प्रतिशत छात्र उत्तीर्ण हुए। पिछले साल की तुलना में इस साल 90 प्रतिशत से अधिक अंक पाने वाले छात्रों की संख्या में मामूली कमी आयी है। बोर्ड ने साथ ही कहा कि वह किसी भी अस्वस्थ प्रतिस्पर्धा से बचने के लिए 10वीं और 12वीं की बोर्ड परीक्षा के परिणामों में न तो कोई मेधावी सूची घोषित कर रहा है और न ही छात्रों की उत्तीर्ण श्रेणी इंगित कर रहा है।

दोनों परीक्षाओं में लड़कियां आगे

बोर्ड के परीक्षा नियंत्रक संयम भारद्वाज ने मंगलवार को बताया कि इस साल 12वीं की परीक्षा 88.39 प्रतिशत उम्मीदवार परीक्षा में सफल हुए हैं, जो पिछले साल के उत्तीर्ण प्रतिशत 87.98 प्रतिशत से थोड़ा अधिक है। परिणाम से पता चलता है कि 91.64 प्रतिशत लड़कियां परीक्षा में उत्तीर्ण हुईं जबकि 85.70 प्रतिशत लड़के परीक्षा में सफल रहे। ‘ट्रांसजेंडर’ उम्मीदवारों का इस बार उत्तीर्ण प्रतिशत शानदार रहा जो पिछले साल के 50 प्रतिशत से दोगुना रहा। कुल 1,11,544 उम्मीदवारों ने 90 प्रतिशत से अधिक अंक प्राप्त किये हैं, जबकि 24,867 उम्मीदवारों ने 95 प्रतिशत से अधिक अंक प्राप्त किये हैं।

90% से अधिक अंक प्राप्त करने वालों में 290 बच्चे सीएसडब्ल्यूएन

जिन छात्रों ने 90 प्रतिशत से अधिक अंक प्राप्त किए उनमें 290 विशेष आवश्यकता वाले बच्चे (सीएसडब्ल्यूएन) हैं। इस वर्ग के 55 छात्रों ने 95 प्रतिशत से अधिक अंक प्राप्त किए। ‘सीएसडब्ल्यूएन’ बच्चों की एक श्रेणी है जिन्हें शारीरिक, मानसिक, भावनात्मक, या व्यवहारिक चुनौतियों के कारण अतिरिक्त सहायता की आवश्यकता होती है।

जवाहर नवोदय विद्यालय शीर्ष पर रहे

विजयवाड़ा क्षेत्र में सबसे अधिक 99.60 प्रतिशत छात्र उत्तीर्ण हुए, उसके बाद त्रिवेंद्रम में 99.32 प्रतिशत छात्र उत्तीर्ण हुए। प्रयागराज क्षेत्र में सबसे कम 79.53 प्रतिशत छात्र उत्तीर्ण हुए। स्कूलों में जवाहर नवोदय विद्यालयों में सबसे अधिक 99.9 प्रतिशत छात्र उत्तीर्ण हुए जबकि निजी या स्वतंत्र विद्यालयों में सबसे कम 87.94 प्रतिशत छात्र उत्तीर्ण हुए। दसवीं कक्षा में 93 प्रतिशत से अधिक छात्र उत्तीर्ण हुए और लड़कियों के उत्तीर्ण होने का प्रतिशत लड़कों से दो फीसदी अधिक रहा। इस साल 93.66 प्रतिशत विद्यार्थी परीक्षा में सफल हुए, जो पिछले साल के 93.60 प्रतिशत से थोड़ा अधिक है।

शीर्ष 0.1 प्रतिशत छात्रों को दिये जायेंगे प्रमाण पत्र

भारद्वाज ने बताया कि बोर्ड द्वारा पहले लिए गये निर्णय के अनुसार विद्यार्थियों के बीच अस्वस्थ प्रतिस्पर्धा से बचने के लिए सीबीएसई द्वारा कोई मेधावी सूची तैयार और घोषित नहीं की गयी है। इसके अलावा बोर्ड ने अपने छात्रों को प्रथम, द्वितीय और तृतीय श्रेणी नहीं दी है। उन्होंने कहा कि बोर्ड उन शीर्ष 0.1 प्रतिशत छात्रों को मेधावी प्रमाण पत्र जारी करेगा, जिन्होंने विषयों में सर्वोच्च अंक प्राप्त किये हैं। मेधावी प्रमाण पत्र संबंधित छात्रों के डिजी-लॉकर में उपलब्ध होंगे। सीबीएसई की मेधावी सूची 2020 और 2021 में भी घोषित नहीं की गयी थी।

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