सन्मार्ग संवाददाता
श्री विजयपुरम : भारत ने अंडमान सागर से ब्रह्मोस सुपरसोनिक क्रूज मिसाइल के विस्तारित रेंज वाले संस्करण का सफल परीक्षण किया। इस परीक्षण में मिसाइल ने बिना वारहेड के वर्टिकल स्टीप डाइव (90 डिग्री कोण पर गोता) मोड में लक्ष्य को सटीकता से भेदा। यह उपलब्धि भारत की रक्षा क्षमता को और मजबूत करती है, खासकर पहाड़ी इलाकों और छिपे हुए ठिकानों को निशाना बनाने में। इस मिसाइल ने इसी तरह से पाकिस्तान में मौजूद आतंकी ठिकानों को बर्बाद किया था। ब्रह्मोस एक सुपरसोनिक क्रूज मिसाइल है, जिसे भारत के रक्षा अनुसंधान और विकास संगठन (डीआरडीओ) और रूस ने मिलकर बनाया है। 1998 में स्थापित ब्रह्मोस एयरोस्पेस इस परियोजना का नेतृत्व करता है। इसका पहला परीक्षण 2001 में हुआ था। तब से यह भारतीय सेना, नौसेना और वायुसेना में शामिल हो चुकी है।
एक नजर इन बातों पर
गति : मैक 2.8-3.5 (लगभग 3430-4300 किमी/घंटा)।
रेंज : सामान्य संस्करण में 290 किमी, विस्तारित रेंज में 450-800 किमी।
वॉरहेड : 200-300 किलोग्राम (पारंपरिक या परमाणु)।
लॉन्च प्लेटफॉर्म : जमीन, समुद्र, हवा (सुखोई-30 एमकेआई ) और पनडुब्बी।
विशेषताएं : ‘फायर एंड फॉरगेट’ सिद्धांत, कम रडार सिग्नेचर और सटीक निशाना।