केडी पार्थ, सन्मार्ग संवाददाता
कोलकाता : पश्चिम बंगाल में अगले साल होने वाले विधानसभा चुनाव से पहले BJP के मुख्यमंत्री पद के उम्मीदवार को लेकर सियासी सरगर्मी तेज हो गई है। प्रदेश BJP अध्यक्ष शमिक भट्टाचार्य के हालिया बयान ने इस बहस को और हवा दे दी है। विपक्ष के नेता शुभेंदु अधिकारी की मौजूदगी में दिए गए उनके बयान को पार्टी के संभावित मुख्यमंत्री चेहरे की ओर बड़ा संकेत माना जा रहा है।
जून की मीटिंग और बड़ा राजनीतिक इशारा
एक प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान शमिक भट्टाचार्य ने बताया कि अगले साल जून में कोलकाता पुलिस के साथ एक कोऑर्डिनेशन मीटिंग प्रस्तावित है, जिसमें 2026 T20 क्रिकेट वर्ल्ड कप की तैयारियों पर चर्चा होगी। उन्होंने यह भी कहा कि इस बैठक में शुभेंदु अधिकारी एक पार्टिसिपेंट के तौर पर नजर आएंगे। राजनीतिक हलकों में इसे चुनाव के बाद की भूमिका से जोड़कर देखा जा रहा है।
चुनाव और सरकार गठन की टाइमिंग अहम
गौरतलब है कि जून तक विधानसभा चुनाव, नतीजों की घोषणा और शपथ ग्रहण की प्रक्रिया पूरी होनी है। ऐसे में जून की बैठक में शुभेंदु अधिकारी की संभावित मौजूदगी को नई सरकार में उनकी अहम भूमिका का संकेत माना जा रहा है।
CM चेहरे के सवाल पर शमिक ने साधी चुप्पी
जब पत्रकारों ने सीधे पूछा कि क्या BJP शुभेंदु अधिकारी को मुख्यमंत्री पद का उम्मीदवार मान रही है, तो शमिक भट्टाचार्य ने स्पष्ट जवाब देने से बचते हुए कहा कि BJP व्यक्ति-केंद्रित या चेहरे की राजनीति में विश्वास नहीं करती। पार्टी में फैसले प्रदर्शन और सामूहिक नेतृत्व के आधार पर लिए जाते हैं।
पुलिस विरोधी आंदोलनों का चेहरा हैं शुभेंदु
शमिक ने कहा कि शुभेंदु अधिकारी पुलिस की कथित बर्बरता के खिलाफ आंदोलनों के प्रमुख चेहरों में से एक रहे हैं। पुलिस और शुभेंदु अधिकारी एक-दूसरे को अच्छी तरह जानते हैं, इसी कारण उन्होंने उनके नाम का उल्लेख किया।
औपचारिक ऐलान नहीं, लेकिन संकेत साफ
हालांकि मुख्यमंत्री चेहरे को लेकर कोई औपचारिक घोषणा नहीं की गई है, लेकिन शमिक भट्टाचार्य के बयान से यह साफ हो गया है कि अगर BJP सत्ता में आती है, तो शुभेंदु अधिकारी की भूमिका सरकार और कैबिनेट में बेहद अहम हो सकती है। इस बयान ने चुनाव से पहले राज्य की राजनीति में नई हलचल पैदा कर दी है।