नई दिल्ली - आईपीएल का शेष सीजन एक बार फिर शुरू होने जा रहा है। भारत और पाकिस्तान के बीच बढ़ते तनाव के कारण इसे कुछ समय के लिए स्थगित कर दिया गया था, लेकिन अब बीसीसीआई ने घोषणा की है कि यह टूर्नामेंट 17 मई से दोबारा शुरू होगा। अगले मैच में अब सिर्फ दो दिन बाकी हैं, और इसी से पहले बीसीसीआई ने एक अहम फैसला लिया है, जिसे लेकर काफी चर्चा हो रही है।
पंजाब किंग्स बनाम दिल्ली कैपिटल्स मैच को किया गया पूरी तरह से डिलीट
जिस दिन आईपीएल को रोका गया था, उस समय धर्मशाला में पंजाब किंग्स और दिल्ली कैपिटल्स के बीच मैच चल रहा था। मुकाबले की पहली पारी में केवल 10 ओवर ही हुए थे कि मैच स्थगित कर दिया गया। अब बीसीसीआई ने जब टूर्नामेंट का नया शेड्यूल जारी किया है, तो उसमें यह भी बताया गया है कि पंजाब और दिल्ली के बीच यह मुकाबला दोबारा खेला जाएगा। इसके साथ ही यह फैसला भी लिया गया है कि पहले खेले गए उस अधूरे मैच के सभी आंकड़े जैसे बनाए गए रन और लिए गए विकेट को अमान्य माना जाएगा। यानी उस मैच के सभी रिकॉर्ड को पूरी तरह से हटा दिया गया है।
अब 24 मई को जयपुर में फिर से होगा पूरा मुकाबला
धर्मशाला में 8 मई को पंजाब किंग्स और दिल्ली कैपिटल्स के बीच जो मैच खेला जा रहा था, उसे अब दोबारा 24 मई को आयोजित किया जाएगा। हालांकि इस बार मुकाबला एक न्यूट्रल वेन्यू, यानी जयपुर में खेला जाएगा और यह मैच पूरी तरह से नई शुरुआत से खेला जाएगा। जब पिछला मैच रोका गया था, तब पंजाब किंग्स के प्रभसिमरन सिंह ने 28 गेंदों में 50 रन बनाए थे, जबकि प्रियांश आर्या ने 34 गेंदों में 70 रनों की धमाकेदार पारी खेली थी। दोनों के बीच 122 रन की साझेदारी हुई थी। अब बीसीसीआई के निर्देश पर आईपीएल की आधिकारिक वेबसाइट से उस अधूरे मैच के सभी आंकड़े हटा दिए गए हैं।
सारे आंकड़े हटा दिए गए हैं
प्रभसिमरन सिंह ने इस मैच से पहले तक इस सीजन में पंजाब किंग्स के लिए 437 रन बनाए थे। लेकिन जब अधूरे मैच में उन्होंने 50 रन और जोड़े, तो उनका स्कोर बढ़कर 487 हो गया था। अब चूंकि उस मैच के आंकड़े अमान्य घोषित कर दिए गए हैं, प्रभसिमरन के रन फिर से 437 ही माने जाएंगे। इसी तरह, नटराजन द्वारा लिया गया विकेट भी रद्द कर दिया गया है। यानी इस मैच का कोई भी आंकड़ा अब आधिकारिक रिकॉर्ड का हिस्सा नहीं रहेगा। इतना ही नहीं, इस मुकाबले में माधव तिवारी को डेब्यू करने का मौका मिला था, लेकिन अब उनके डेब्यू को भी अमान्य कर दिया गया है। इसका मतलब है कि वह फिर से एक अनकैप्ड खिलाड़ी माने जाएंगे। अगर वह अगला मैच खेलते हैं तो उन्हें दोबारा डेब्यू कैप दी जाएगी, और अगर नहीं खेले तो उनका डेब्यू आधिकारिक तौर पर दर्ज ही नहीं होगा। यह स्थिति निश्चित रूप से असामान्य और अजीब लग सकती है, लेकिन बीसीसीआई का यह फैसला पूरी तरह से अप्रत्याशित और अंतिम है।