कोलकाता - गर्मी प्रारंभ होते ही तापमान तेजी से बढ़ना प्रारंभ हो जाता है। मन करता है कि बस ठंडे वातावरण में बैठे रहें और दिन भर कुछ ठंडा लेते रहें ताकि बाहरी वातावरण का अधिक अहसास न हो पर यह सब संभव नहीं है। कामकाजी लोग कैसे घर में बैठे रह सकते हैं। उन्हें तो बाहर तो निकलना ही है। घर पर रहने वाली गृहणियों को भी घर के सामान लेने के लिए, बिल आदि जमा करवाने के लिए भी बाहर निकलना ही पड़ता है।
ऐसे में कुछ बातों को पहले से दिमाग में रखें कि गर्मी में बाहर निकलते समय हमें किन बातों का ध्यान रखना है ताकि सेहत भी ठीक रहे और गर्मी भी न सताए।
गर्मियों में धूप में बाहर जाने से और बाहर का खाना खाने से डायरिया, हीट स्ट्रोक और गैस्ट्रोएंट्राइटिस होने का खतरा बढ़ जाता है। इसके अतिरिक्त कुछ त्वचा रोग जैसे फंगल इंफेक्शन, खुजली, त्वचा पर दाने आदि का होना, आंखों में खुजली, लाली और इंफेक्शन होने का खतरा भी बढ़ जाता है।
इन सबसे बचाव हेतु गर्मियों में प्रातः शाम ही घर से बाहर निकलें। गर्मी से स्वयं को बचाने हेतु छाता, चश्मा व स्कार्फ का प्रयोग करें। दिन भर में कम से कम दो से तीन लिटर पानी पिएं और ताजे फल सब्जियों का सेवन करें जैसे तरबूज, खरबूजा, खीरा, ककड़ी आदि। इन सबमें पानी की भी मात्रा होती है जो आपकी प्यास को काबू में रखती है।
इस मौसम में लाइट रंगों के ढीले और सूती वस्त्र पहनें ताकि वस्त्र पसीना सोख सकें।वातानुकूलित दफ्तरों में काम करने वालों को भी सावधानी बरतनी पड़ती है क्योंकि तापमान में विभिन्नता रहती है। एकदम वातानुकूलित वातावरण से बाहरी वातावरण में जाना पड़ता है जिससे गर्म सर्द होने का खतरा बढ़ जाता है। शरीर में प्राकृतिक नमी भी कम होने लगती है जिससे त्वचा में इचिंग होती है और त्वचा खिंची खिंची लगती है।
इन सब से स्वयं को बचा कर रखने के लिए ध्यान दें कुछ टिप्स पर ताकि गर्मी की हीट को बीट कर सकें।
खूब सारे तरल पीएं
- दिन भर में खूब पानी पीएं ताकि शरीर के विषैले तत्व यूरिन के साथ बाहर निकल सकें।
- नारियल पानी के नियमित सेवन से शरीर में पानी की कमी पूरी होती है और कई मिनरल्स भी शरीर को प्राप्त होते हैं जो हमें स्वस्थ रखने में सहायक होते हैं।
- शरीर को ठंडा रखने के लिए तरबूज, खरबूजा और खीरे का सेवन नियमित करें।
- जब कभी शरीर में ऊर्जा की कमी महसूस हो तो टैंग, ग्लूकोन डी, नींबू शिकंजी या रूह अफजा का सेवन करें। तुरंत एनर्जी प्राप्त होगी।
- घर से बाहर निकलते समय साफ पानी की बोतल जरूर लेकर निकलें ताकि बाजार का गंदा पानी प्यास लगने पर न पीना पड़े।
- घर पर ओ आर एस घोल बना कर भी ले सकते हैं। एक गिलास पानी आधे नींबू का रस में एक चम्मच चीनी और एक पिंच नमक मिलाकर थोड़ा थोड़ा कर पीएं।
सूर्य की किरणों से बचा कर रखें
- त्वचा को सुरक्षित रखने के लिए सनस्क्रीन लोशन व क्रीम चेहरे, बाजू और गर्दन पर लगाएं।
- आंखों को धूप से बचाने के लिए चश्मा पहनें ताकि धूप से आंखे सुरक्षित रहें।
- अपने बालों की सुरक्षा हेतु कैप का प्रयोग करें ताकि सूर्य का तेज प्रकाश आपके बालो को नुकसान न पहुंचा सकें।
- बाहर धूप में जाते समय छाता लेकर निकलें।
- हल्के वस्त्र पहनें
- सफेद बेस वाले कपड़े पहनें ताकि शरीर को ठंडक मिले।
- हमेशा सूती ढीले और हल्के रंगों के वस्त्र पहनें।
- नायलोन या रेशमी वस्त्र न पहनें। ये शरीर के साथ चिपके रहते हैं और पसीना भी नहीं सोखते।
- स्कार्फ या स्ट्रोल से गर्दन, बाजू को ढक कर रखें।
संक्रमण से दूरी बना कर रखें
- साफ पानी पिएं और स्वच्छ ताजे भोजन को ग्रहण करें
- अपने शरीर को फंगल इंफेक्शन से बचाने हेतु पसीने की दुर्गन्ध से दूर रहें। डियो प्रयोग कर सकते हैं, टेल्कम पाउडर और नहाते समय नींबू की कुछ बूंदें पानी में डालें या नीम, गुलाब की पत्तियां उबाल कर पानी में डालें, फिर स्नान करें। पसीने को साथ साथ पोंछते रहें।
- अपने हाथ और चेहरे को दिन में दो तीन बार ताजे पानी से धोते रहें।
- हीट स्ट्रोक से बचने हेतु दोपहर 12 बजे से 3 बजे तक बाहर न निकलें क्योंकि उस समय गर्मी पीक पर होती है। इसके अतिरिक्त वातानुकूलित कमरे से एक दम बाहर धूप में न निकलें।
- धूप से आते ही एकदम ठंडा पानी न पीएं। थोड़ा रुक कर पानी पीएं।
-प्रातः और सायं ताजे पानी से स्नान करें और अच्छी तरह से शरीर को सुखा कर धुले अंतर्वस्त्र पहनें। जुराबें भी सूती पहनें और रोज बदलें।