सन्मार्ग संवाददाता
बारासात : बारासात के अशोकनगर नगरपालिका के 6 नंबर वार्ड के भानिया पाड़ा इलाके के निवासी जयंत भट्टाचार्य के घर में गुरुवार देर रात आग लग गई। पुलिस और पारिवारिक सूत्रों का कहना है कि उस समय जयंत भट्टाचार्य ऊपर वाले कमरे में अकेले सो रहा था जबकि उसकी पत्नी नीलांजना अपने दो बेटों के साथ नीचे वाले कमरे में सो रही थीं। बुजुर्ग माता-पिता भी अलग कमरे में सो रहे थे। देर रात नीलांजना की अचानक नींद खुली तो उसने देखा कि घर में आग लग गयी थी। नीलांजना ने चीखना-चिल्लाना शुरू किया जिसको सुनकर पड़ोसी व पास के रहने वाले उसके रिश्तेदार वहां पहुंच गये। उन्होंने दरवाजा तोड़कर नीलांजना व उसके दोनों बेटों को वहां से निकाला जो कि आग में झुलस गये थे। उन्हें अशोकनगर अस्पताल पहुंचाया गया। साथ ही बुजुर्ग सास-ससुर को भी कमरे से सुरक्षित निकाला गया। चीख पुकान सुनकर जयंत भी जग गया और उसने छत से कूदकर ही अपनी जान बचायी। आग की खबर पाकर दमकल की 3 इंजन वहां पहुंची, उन्होंने आग बुझाने की कार्रवाई शुरू की। बताया गया है कि नीलांजना, उसका बेटा अनमोल (11) की अवस्था गंभीर बनी हुई है। दो साल के छोटे बेटे आदित्य का भी अस्पताल में इलाज चल रहा है। तीनों को शुक्रवार बारासात जिला अस्पताल में रेफर किया गया। जहां दमकल का प्राथमिक अनुमान है कि पूरे घर में केरोसिन की गंध आ रही थी वहीं भट्टाचार्य परिवार का दावा है कि उनके घर में केरोसिन नहीं था तो आखिरकार केरोसिन से आग कैसे लग सकती है। उन्होंने आरोप लगाया है कि साजिश के तहत उनके घर में आग लगायी गयी और ऐसा करने वाली की योजना पूरे परिवार को खत्म करने की थी। फिलहाल के आग को कारणों को लेकर दमकल की ओर से जांच शुरू की गयी है। इस क्रम में फोरेन्सिक टीम के वहां पहुंचकर छानबीन करने की भी बात है। मिली शिकायत पर अशोकनगर थाने की पुलिस ने इस घटना की छानबीन शुरू कर दी है।