सोनीपत - ऑपरेशन सिंदूर पर प्रेस ब्रीफिंग करने वाले सैन्य अधिकारियों के खिलाफ विवादित टिप्पणी करने के मामले में राई स्थित अशोका यूनिवर्सिटी के प्रोफेसर अली खान महमूदाबाद के खिलाफ कार्रवाई की गई है। हरियाणा राज्य आयोग की चेयरपर्सन रेनू भाटिया की सिफारिश पर रविवार को प्रोफेसर अली को गिरफ्तार किया गया। पुलिस उन्हें जल्द ही कोर्ट में पेश करेगी और रिमांड की मांग करेगी।
मध्य प्रदेश की तर्ज पर हो कार्रवाई- रेनू भाटिया
यह ध्यान देने योग्य है कि हरियाणा राज्य आयोग की चेयरपर्सन रेनू भाटिया ने प्रदेश के डीजीपी को एक पत्र लिखकर प्रोफेसर अली खान के खिलाफ एफआईआर दर्ज करने की सिफारिश की थी। उन्होंने सुझाव दिया था कि प्रोफेसर अली खान के खिलाफ मध्य प्रदेश की तरह कार्रवाई की जानी चाहिए। रेनू भाटिया ने पत्र में यह भी बताया था कि प्रोफेसर अली खान ने देश की प्रमुख बेटियों के बारे में विवादित टिप्पणी की है।
"प्रोफेसर को यूनिवर्सिटी से हटाया जाना चाहिए''
रेनू भाटिया ने कहा था कि प्रोफेसर अली खान के खिलाफ एफआईआर दर्ज करने की प्रक्रिया मध्य प्रदेश हाई कोर्ट के फैसले की तरह की जानी चाहिए। उन्होंने यह भी कहा कि प्रोफेसर को तुरंत यूनिवर्सिटी से निकाल दिया जाना चाहिए, क्योंकि उन्होंने देश की बेटियों का अपमान किया है। भाटिया ने यह भी बताया कि प्रोफेसर का कार्य युवाओं को संस्कार देना है, लेकिन इसके बजाय वे अपने बयानों से नफरत फैला रहे हैं। उन्होंने यह भी कहा कि प्रोफेसर अली खान का विषय मानवता होना चाहिए, लेकिन वे इसके विपरीत अमानवीयता सिखा रहे हैं।
इस पोस्ट को आधार बनाकर दी गई थी शिकायत
इस मामले में, हरियाणा राज्य महिला आयोग ने हाल ही में एसोसिएट प्रोफेसर को उनकी विवादित टिप्पणी के लिए नोटिस भेजा था। 22 अप्रैल को पहलगाम में हुए हिंसक आतंकी हमले के बाद भारतीय सशस्त्र बलों ने ऑपरेशन सिंदूर के तहत 7 मई को पाकिस्तान और पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर में आतंकी ठिकानों पर हमला किया था। इस कार्रवाई में लगभग 100 आतंकियों के मारे जाने का दावा किया गया था।