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AR Rahman ने इस गाने को लेकर किया बड़ा खुलासा

Khwaja गाने से जुड़ा है खुलासा

मुंबई - ए. आर. रहमान एक प्रसिद्ध संगीतकार, गायक और समाजसेवी हैं। वह खास तौर पर तमिल और हिंदी सिनेमा में अपने काम के लिए जाने जाते हैं। अपने करियर के दौरान उन्होंने कई प्रतिष्ठित पुरस्कार हासिल किए हैं, जिनमें 6 राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार, 2 ऑस्कर, 2 ग्रैमी, एक बाफ्टा और एक गोल्डन ग्लोब शामिल हैं। साल 2010 में भारत सरकार ने उन्हें देश के तीसरे सर्वोच्च नागरिक सम्मान, पद्म भूषण से नवाजा था।

साल 2008 में आई थी जोधा अकबर

संगीत केवल एक कला नहीं, बल्कि एक साधना भी होती है। जो कलाकार दूसरों के लिए संगीत बनाते हैं, वे कभी-कभी कुछ खास धुनें या गाने अपने लिए भी रचना चाहते हैं। ऐसा ही अनुभव ए. आर. रहमान का भी रहा, जिन्होंने एक गाना अपने लिए बनाया था। लेकिन बाद में उन्हें वह गाना साल 2008 में आई फिल्म 'जोधा अकबर' के निर्देशक आशुतोष गोवारिकर को देना पड़ा। एक इंटरव्यू में जब रहमान से पूछा गया कि क्या उन्होंने कभी ऐसा कोई गाना बनाया था जो सिर्फ अपने लिए था, लेकिन फिर भी दुनिया के साथ साझा करना पड़ा, तो उन्होंने इस अनुभव को साझा किया।

आशुतोष गोवारिकर दो दिया अपना गाना

इस पर ए.आर. रहमान ने बताया कि उन्होंने "ख्वाजा मेरे ख्वाजा..." गाना दरअसल खुद के लिए बनाया था, लेकिन बाद में वह आशुतोष गोवारिकर को दे दिया। रहमान ने कहा कि उस समय आशुतोष उनके पास आए और बोले कि फिल्म के एक सीन के लिए उन्हें एक सूफी गाना चाहिए—जिसमें अकबर अजमेर जाता है। रहमान ने उनसे पूछा कि उन्हें कैसे पता चला कि उनके पास ऐसा कोई गाना है। आशुतोष ने जवाब दिया कि उन्हें बस दो लाइनें चाहिए, अगर कोई धुन या बोल हैं तो दे दीजिए। इसके बाद रहमान ने उन्हें "ख्वाजा मेरे ख्वाजा..." सुनाया और कहा कि वह गाना दे सकते हैं, लेकिन एक शर्त पर—गाने में कोई भी बदलाव नहीं किया जाएगा। आशुतोष को वह गाना इतना पसंद आया कि उन्होंने तुरंत उसे अपनी फिल्म के लिए ले लिया। रहमान ने कहा कि वह गाना उनके दिल के बहुत करीब था और उन्होंने उसे खास तौर पर अपने लिए तैयार किया था।

फिल्म में लीड एक्टर थे ऋतिक रोशन

फिल्म जोधा अकबर का निर्देशन आशुतोष गोवारिकर ने किया था और इसमें ऐश्वर्या राय और ऋतिक रोशन मुख्य किरदारों में थे। ए.आर. रहमान द्वारा कंपोज किया गया "ख्वाजा मेरे ख्वाजा" एक बेहतरीन रचना है जो किसी एक धर्म तक सीमित नहीं है। इसकी सादगी और आध्यात्मिकता इसे सुनने वालों के दिल को गहराई से छू जाती है, और यह एक बेहद भावपूर्ण अनुभव देता है।

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