नई दिल्ली : मेकमाईट्रिप ने गुरुवार को कहा कि वह एक भारतीय कंपनी है और देश के सभी लागू कानूनों तथा डेटा गोपनीयता ढांचे का पूरी तरह से अनुपालन करती है। कंपनी ने प्रतिद्वंद्वी ईजमाईट्रिप के संस्थापक निशांत पिट्टी के उन आरोपों को खारिज किया जिनमें उन्होंने दावा किया था कि कंपनी का मुख्य स्वामित्व चीन के पास है और इसके मंच पर भारतीय सशस्त्र बलों द्वारा की गई बुकिंग की जानकारी दुश्मन को मिल जाती है। हालांकि, उन्होंने इसमें ईजमाईट्रिप के नाम का कोई उल्लेख नहीं किया।
पिट्टी ने सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ (पूर्व में ट्विटर) पर बुधवार शाम कुछ ‘स्क्रीनशॉट’ साझा किए थे जिनमें मेकमाईट्रिप के जरिये भारतीय सशस्त्र बलों के लिए ‘बुकिंग तरीके’ को स्पष्ट रूप से प्रदर्शित किया गया था। ईजमाईट्रिप के संस्थापक एवं चेयरमैन ने लिखा, ‘भारतीय सशस्त्र बल चीन के स्वामित्व वाले एक मंच के माध्यम से रियायती टिकट बुक करते हैं। इसके लिए इसमें डिफेंस आईडी, मार्ग व तारीख डाली जाती है। हमारे दुश्मन जानते हैं कि हमारे सैनिक कहां जा रहे हैं। इस खामी को उजागर करने वाले ‘स्क्रीनशॉट’ साझा कर रहा हूं... इसे अब ठीक किया जाना चाहिए।’
आरोपों के संबंध में संपर्क किए जाने पर मेकमाईट्रिप के प्रवक्ता ने कहा, ‘हम दुर्भावनापूर्ण या किसी गलत मंशा से लगाए आरोपों पर टिप्पणी नहीं करते हैं, बल्कि एक जिम्मेदार भारतीय कंपनी के रूप में अपने ग्राहकों को सर्वोत्तम सेवाएं प्रदान करने पर ध्यान केंद्रित करते हैं। मेकमाईट्रिप एक गौरवशाली भारतीय कंपनी है, जिसकी स्थापना भारतीयों ने की है...जिसका मुख्यालय भारत में है और जिस पर 25 वर्षों से लाखों भारतीय यात्री भरोसा करते हैं।’
चीन के स्वामित्व वाले मुद्दे पर प्रवक्ता ने कहा, ‘हम नैस्डैक (अमेरिकी शेयर बाजार) पर सार्वजनिक रूप से सूचीबद्ध कंपनी हैं, जिसका शेयरधारक आधार विश्व भर में फैला हुआ है। हमारे सभी संचालन स्वतंत्र हैं। इनका परिचालन भारतीय पेशेवरों के अनुभवी दल द्वारा किया जाता है, जो अपने साथ विशेषज्ञता और उत्कृष्टता लाते हैं। हम कामकाज करने के कड़े मानकों का पालन करते हैं। सभी लागू भारतीय कानूनों एवं डेटा गोपनीयता का पूरी तरह से अनुपालन करते हैं।’