सन्मार्ग संवाददाता
कोलकाता : साल 2025 के समापन और नए साल 2026 के स्वागत से पहले कोलकाता की बेकरी में जबरदस्त हलचल देखने को मिल रही है। शहर की सदियों पुरानी नामी बेकरी से लेकर प्रसिद्ध इलाकों में काम करने वाले होम बेकर्स तक, हर जगह नए साल के लिए केक, पेस्ट्री और अन्य फेस्टिव ट्रीट्स की मांग तेजी से बढ़ गई है। हाल के दिनों में तापमान में आई गिरावट ने लोगों को मीठे और बेकरी उत्पादों का ज्यादा आनंद लेने के लिए प्रेरित किया है, जिससे बिक्री में खासा उछाल दर्ज किया जा रहा है।एसएस हॉग मार्केट स्थित 150 वर्ष से अधिक पुरानी इंपीरियल बेकर्स एंड कन्फेक्शनर्स के मालिक शेख अमन रहमान ने बताया कि सर्दियों के मौसम में केक, नमकीन और रिच डेज़र्ट की मांग स्वाभाविक रूप से बढ़ जाती है। उन्होंने कहा, “ठंड बढ़ते ही हमारे यहां फुटफॉल में इजाफा हुआ है। नए साल के लिए पहले से ही बड़ी संख्या में एडवांस ऑर्डर मिल रहे हैं।” इंपीरियल बेकर्स में पारिवारिक आयोजनों और उपहार देने के लिए लोग बड़ी संख्या में केक और पेस्ट्री खरीदते नजर आ रहे हैं। न्यू मार्केट स्थित नहूम एंड सन्स, जो कोलकाता की बेकिंग विरासत का प्रतीक माना जाता है, वहां भी क्रिसमस के तुरंत बाद नए साल की तैयारियां तेज हो जाती हैं। अपने मशहूर फ्रूट केक और फेस्टिव आइटम्स के लिए जानी जाने वाली इस बेकरी में नए साल से पहले ग्राहकों की लगातार भीड़ लगी रहती है।
रात-दिन चल रहे ओवन, ऑर्डर की भरमार
बेकरी के एक प्रबंधक ने बताया कि नए साल से पहले के दिन लगभग क्रिसमस जैसे ही व्यस्त होते हैं। लोग परिवार, दोस्तों और गिफ्टिंग के लिए खरीदारी करते हैं।” वहीं पार्क स्ट्रीट स्थित फ्लरीज़ ने भी नए साल के लिए विशेष ट्रीट्स पेश किए हैं। सेंट्रल कोलकाता की सालदान्हा बेकरी में भी क्रिसमस के बाद नए साल को लेकर मांग बढ़ गई है। हालांकि क्रिसमस से पहले जैसी लंबी कतारें नहीं दिख रही हैं, लेकिन कर्मचारियों को देर रात तक काम करना पड़ रहा है। स्थापित बेकरी के अलावा बो बैरक के होम बेकर्स भी नए साल के जश्न का अहम हिस्सा बन रहे हैं। सामुदायिक उत्सवों के लिए मशहूर इस इलाके में कई परिवार घर पर बने प्लम केक, ब्राउनी और कुकीज़ के ऑर्डर ले रहे हैं।
होम बेकर्स से स्थानीय बेकरी तक बढ़ी मांग
बो बैरक में दिसंबर के तीसरे सप्ताह से जनवरी के पहले सप्ताह तक हजारों लोग क्रिसमस और न्यू ईयर सेलिब्रेशन के लिए पहुंचते हैं। स्थानीय निवासी नील एंड्रयूज ने बताया कि पहले केवल कुछ परिवार ही केक बेचते थे, लेकिन बढ़ती मांग के कारण अब कई परिवार इस काम से जुड़ गए हैं। वहीं टालतला इलाके में छोटी और मध्यम स्तर की बेकरी देर रात तक ओवन चलाकर ऑर्डर पूरे करने में जुटी हैं। बेकरी संचालकों के अनुसार, नए साल से पहले के दिन उनके लिए सबसे व्यस्त समय होते हैं, जब आसपास के इलाकों से बड़ी संख्या में ऑर्डर आते हैं। कुल मिलाकर, नए साल की मिठास से कोलकाता की बेकरी उद्योग में खासा उत्साह देखने को मिल रहा है।