सन्मार्ग संवाददाता
कोलकाता : बंगाल में छठ पूजा का आयोजन भव्य रूप से होता है। छठ पूजा पर दो दिनों की सरकारी छुट्टी की घोषणा सीएम ममता बनर्जी ने की है। इससे लोगों में खुशी है। बंगाल में साल दर साल छठ पूजा की भव्यता बढ़ती जा रही है। हिन्दी बहुल क्षेत्र आसनसाेल, सिलीगुड़ी, कोलकाता, हावड़ा, हुगली, उत्तर 24 परगना, बजबज, महेशतल्ला सहित विभिन्न जगहों पर छठ पूजा भव्य रूप से मनायी जाती है। दीपावली समाप्त हो गयी और छठ पूजा में कुछ दिन ही बच गये हैं। राज्य प्रशासन की तरफ से छठ पूजा की तैयारियां शुरू कर दी गयी हैं। हर वर्ष छठ पूजा में लाखों श्रद्धालु सूर्य को अर्घ्य देने घाटों पर उमड़ते हैं। ऐसे में प्रशासन पूरी तरह से तैयारी में जुटा है ताकि श्रद्धालुओं को किसी प्रकार की असुविधा न हो। राज्य के अलग अलग विभागों, पालिकाओं से लेकर नगर निगम द्वारा छठ पूजा की तैयारियां शुरू कर दी गयी हैं। दमकल विभाग ने अपनी व्यवस्था दुरुस्त कर ली है। शहरी विकास तथा नगर पालिका मामलों के विभाग द्वारा पालिकाओं को घाटों की स्थिति को लेकर निर्देश दिये गये हैं। खासतौर पर घाटों की स्थिति की समीक्षा करने और उनकी मरम्मत या निर्माण कार्य को शीघ्र पूरा करने को कहा गया है। केएमसी, केएमडीए की तरफ से हर बार की तरह इस बार भी स्थायी घाट और अस्थायी घाट तैयार किये जा रहे हैं। इसके साथ ही घाटों तक जाने वाले रास्ते, लाइटिंग, घाटों पर चेंज रूम की व्यवस्थाओं पर काम होगा। बता दें कि विभिन्न सामाजिक संस्थाएं भी छठ पूजा में अहम भूमिका निभाती हैं।
स्थायी और अस्थायी घाटों के निर्माण कार्यों में तेजी
कोलकाता नगर निगम और कोलकाता मेट्रोपॉलिटन डेवलपमेंट अथॉरिटी की ओर से स्थायी और अस्थायी दोनों प्रकार के घाटों को तैयार करने का काम जोर-शोर से शुरू कर दिया गया है। छठव्रतियों की सुविधा को ध्यान में रखते हुए घाटों की साफ-सफाई, लाइटिंग, चेंजिंग रूम जैसी बुनियादी सुविधाओं की व्यवस्था की जा रही है। केएमडीए के एक अधिकारी ने बताया कि इस बार 39 घाट तैयार होंगे। करीब 25 स्थायी घाट होंगे। पुराने घाटों की मरम्मत होगी। मंगलवार को केएमडीए के अधिकारियों ने रूबी के निकट घाटों के निर्माण कार्य का निरीक्षण किया। एक अधिकारी ने बताया कि पिछले साल जहां जहां घाट बने थे, इस बार भी वहीं घाट होंगे। इनमें रामधन पार्क, गोल्फ गार्डन्स, गोविंदन कुटी पार्क, पुकुर 10 नं. नोनाडांगा केएमडीए वॉटर बॉडी, पाटुली आदि कई शामिल हैं।
हिन्दी भाषी बहुल क्षेत्रों में छठ को लेकर उत्साह
शिल्पांचल से लेकर सिलीगुड़ी, उत्तर 24 परगना, हावड़ा, हुगली, बजबज सहित विभिन्न हिन्दी भाषी बहुल क्षेत्रों में छठ पूजा को लेकर अब चहल पहल शुरू हो गयी है। दिवाली के बाद ही लोग अब छठ पूजा की तैयारियों में जुट गये हैं। हिन्दीभाषियों के लिए छठ केवल एक पूजा नहीं, बल्कि आस्था, परंपरा और प्रकृति के प्रति श्रद्धा का उत्सव है। चार दिवसीय इस पर्व की शुरुआत ‘नहाय-खाय’ से होती है, फिर खरना, संध्या अर्घ्य व उगते सूर्य को अर्घ्य के साथ इसका समापन होता है। कई स्थानों पर लोगों ने पूजा की तैयारियों शुरू कर दी हैं।
छठव्रतियों को ना हो कोई समस्या, दीदी का निर्देश
सीएम ममता बनर्जी ने छठ पूजा करने वालों को हर सुविधाओं का ध्यान रखने का निर्देश अधिकारियों से लेकर जनप्रतिनिधियों तक को दिया है। सीएम खुद हर बार छठ घाटों पर जाती हैं और छठव्रतियों से मिलती हैं।
* घाटों की साफ सफाई पर विशेष ध्यान
*घाट और घाटों तक पहुंचने वाले रास्तों पर रोशनी की व्यवस्था
* सुरक्षा का विशेष ध्यान, घाटों तक हड़बड़ी नहीं बल्कि धीरे धीरे पहुंचें श्रद्धालु
* जलस्तर का भी ध्यान रखने का आग्रह किया