कोलकाता : तृणमूल कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव अभिषेक बनर्जी ने शनिवार को विपक्षी 'इंडिया' गठबंधन की बैठक में केंद्र सरकार की कथित दोहरी नीतियों और खामियों को लेकर कड़ा प्रहार किया। पार्टी सूत्रों के अनुसार, अभिषेक ने आतंकवाद, विदेश नीति और मतदाता सूची में गड़बड़ी को लेकर गंभीर चिंता जताई। अभिषेक ने कहा कि पहलगाम आतंकी हमला एक खुफिया विफलता थी, जिसे खुद जम्मू एवं कश्मीर के राज्यपाल ने स्वीकार किया है। फिर भी आईबी प्रमुख को सेवा विस्तार क्यों दिया गया? क्या मजबूरी थी? उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि पेगासस जैसे टूल का इस्तेमाल आतंकवादियों को पकड़ने की बजाय विपक्ष को परेशान करने के लिए किया जा रहा है।
बीजेपी अब 'ई स्क्वायर' रणनीति पर काम कर रही है
अभिषेक ने कहा कि पिछले 10-12 वर्षों में भारत की विदेश नीति बुरी तरह कमजोर हुई है। 'आसियान' देशों में किसी ने भी पाकिस्तान का नाम लेकर पहलगाम हमले की निंदा नहीं की। केंद्र की चुप्पी से जनता को अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के सोशल मीडिया हैंडल्स से अपडेट लेना पड़ा। साथ ही अभिषेक ने एसआईआर के तहत मतदाता सूची में गड़बड़ी को एनआरसी का नया अवतार बताया। महाराष्ट्र में 40 लाख नए वोटर जोड़कर चुनावी हेराफेरी और बिहार में भी ऐसी ही साजिश की कोशिश हो रही है। लेकिन बंगाल में ममता बनर्जी के नेतृत्व वाली टीएमसी सरकार ने इस साजिश को रोका है। अंत में उन्होंने कहा, बीजेपी अब 'ई स्क्वायर' रणनीति पर काम कर रही है – विपक्ष को दबाने के लिए ईडी और मतदाताओं को प्रभावित करने के लिए ईसी (चुनाव आयोग) का इस्तेमाल हो रहा है।