कोलकाता: तृणमूल छात्र परिषद (टीएमसीपी) के स्थापना दिवस पर टीएमसी के राष्ट्रीय महासचिव अभिषेक बनर्जी ने भाजपा और केंद्र सरकार पर तीखा प्रहार किया। उन्होंने भाजपा को ललकारते हुए कहा, भाजपा का लक्ष्य गरीबों की आंखों में आंसू लाना है, जबकि टीएमसी का लक्ष्य गरीबों के चेहरे पर मुस्कान लानी है। देखते हैं किसकी जीत होती है। भाजपा में ताकत है तो इस बार चुनाव में 50 सीट पार करके दिखाए।
अभिषेक ने कहा कि न्यायपालिका, केंद्रीय बल, ईडी, सीबीआई, चुनाव आयोग और मीडिया सब टीएमसी के खिलाफ हैं, लेकिन बंगाल की 10 करोड़ जनता उसके साथ खड़ी है। उन्होंने दावा किया कि वर्ष 2011 में टीएमसी को 184, वर्ष 2016 में 211 और वर्ष 2021 में 215 सीटें मिलीं। जितनी कुत्सा हमारे खिलाफ बढ़ी, उतनी अधिक सीटें हमें मिलीं। इस बार भी सीटें बढ़ेंगी।
अपने भाषण में अभिषेक ने आरजी कर प्रकरण का उल्लेख करते हुए कहा कि एक दिन में ममता बनर्जी की पुलिस ने जो किया, सीबीआई उसे एक साल में भी नहीं कर पाई। उन्होंने राज्यपाल के पास लंबित ‘अपराजिता बिल’ को लेकर भी विपक्ष पर सवाल उठाया। केंद्र पर 'बंगाल को वंचित' करने का आरोप लगाते हुए अभिषेक ने कहा कि 100 दिन रोजगार की योजना, जल जीवन मिशन, ग्रामीण सड़क और आवास योजना के करोड़ों रुपये रोके गए हैं।
उन्होंने कहा, हमने 69 लाख जॉब कार्डधारकों के बकाया का भुगतान किया। अगर उनके लिए लड़ सकते हैं, तो उन 10 करोड़ बंगालियों के लिए भी लड़ेंगे, जिन्हें भाजपा ने ‘बांग्लादेशी’ कहकर अपमानित किया है। अभिषेक ने एनआरसी के नाम पर समाज में डर फैलाने और सौहार्द बिगाड़ने का भी आरोप लगाया। उन्होंने चेतावनी दी कि जो लोग बंगाल के खिलाफ युद्ध की घोषणा कर रहे हैं, उनके लिए वे 2026 में एक इंच जमीन भी नहीं छोड़ेंगे।