कोलकाता: तृणमूल कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव अभिषेक बनर्जी ने मंगलवार को संगठनात्मक बैठकों में एकबार फिर जनसंपर्क बढ़ाने पर विशेष जोर दिया। उन्होंने पहले बारासत और बाद में तमलुक जिला नेतृत्व के साथ कैमैक स्ट्रीट स्थित दफ्तर में बैठक की। इस दौरान प्रदेश अध्यक्ष सुब्रत बॉक्सी भी मौजूद रहे।
सूत्रों के अनुसार, बैठक में अभिषेक ने स्पष्ट निर्देश दिया कि पार्टी नेताओं और कार्यकर्ताओं को अधिक से अधिक जनता से जुड़ना होगा। उन्होंने कहा कि लोगों की समस्याओं को सुनना और उसके समाधान की दिशा में काम करना हमारी प्राथमिकता है। खासकर ‘हमारा पाड़ा, हमारा समाधान’ शिविरों में सांसदों और विधायकों की सक्रिय मौजूदगी सुनिश्चित करनी होगी। उन्होंने कहा कि यह देखना जरूरी है कि सभी को सरकारी योजनाओं का लाभ मिल रहा है या नहीं। साथ ही भाजपा शासित राज्यों में बंगालियों पर हो रहे अत्याचार के खिलाफ प्रचार-प्रसार और छोटे-छोटे बूथ स्तर की सभाएं आयोजित करने का भी आह्वान किया।
बैठक में दोनों जिलों के टाउन और ब्लॉक स्तर पर संगठनात्मक बदलावों पर भी चर्चा हुई। अभिषेक ने यह भी कहा कि पार्टी नेता ममता बनर्जी द्वारा निर्धारित कार्यक्रम का उचित क्रियान्वयन किया जाना चाहिए। सूत्रों के अनुसार, बारासात की बैठक में अभिषेक ने कहा, केंद्रीय वंचना पर नियमित बैठकें करें। केंद्र पर 1 लाख 94 हज़ार करोड़ रुपए बकाया हैं। लोगों को रोज़ समझाएँ कि केंद्र पैसा नहीं दे रहा है, फिर भी राज्य सरकार विभिन्न परियोजनाओं को चालू रखने के लिए पैसा दे रही है।
सूत्रों ने बताया कि अभिषेक ने तमलुक संगठनात्मक ज़िला बैठक में लोकसभा के नतीजों पर अपनी नाराज़गी ज़ाहिर की। उन्होंने कहा कि लोकसभा के नतीजे बेहद ख़राब रहे। लेकिन आनेवाले विधानसभा में भाजपा का हर तरफ़ से मुक़ाबला करना होगा। घर-घर जाएँ, कोई भी इलाका छूटे नहीं। सूत्रों के मुताबिक, अभिषेक बड़े पैमाने पर नंदीग्राम पर एक अलग बैठक करेंगे। उस बैठक में ब्लॉक और क्षेत्रीय नेताओं को भी बुलाया जाएगा। बैठक में सांसद डॉ. काकली घोष दस्तीदार, ज्योतिप्रिय मल्लिक, रथीन घोष, सुजीत बोस समेत कई वरिष्ठ नेता मौजूद रहे।