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जिंदा होते हुए भी ड्राफ्ट सूची में मृत बेटा, हैरान बुजुर्ग दंपति

एसआईआर ड्राफ्ट सूची में बड़ी चूक उजागर

सन्मार्ग संवाददाता

हुगली : एसआईआर के तहत मतदाता सूची की ड्राफ्ट प्रकाशित होने के बाद एक चौंकाने वाला मामला सामने आया है। चुंचुड़ा विधानसभा क्षेत्र के नलडांगा इलाके के 120 नंबर बूथ निवासी बुजुर्ग दंपति स्नेहमय और शिखा भट्टाचार्य के बड़े बेटे देवमय भट्टाचार्य को मतदाता सूची में मृत दर्शा दिया गया है।

देवमय पिछले चार वर्षों से जमशेदपुर में नौकरी कर रहे हैं और पत्नी मोनिका के साथ वहीं रहते हैं। जमशेदपुर की मतदाता सूची में उनका नाम दर्ज है और इसी कारण एसआईआर प्रक्रिया शुरू होते ही उनके पिता ने बीएलओ को सभी आवश्यक दस्तावेज सौंपे थे। उन्होंने जमशेदपुर का वोटर कार्ड भी दिखाया था ताकि किसी प्रकार की त्रुटि न हो। इसके अलावा देवमय ने स्वयं भी बीएलओ से फोन पर संवाद किया था और अपनी स्थिति स्पष्ट की थी।

लेकिन इसके बावजूद जब ड्राफ्ट सूची जारी हुई, तो देवमय के नाम के सामने “मृत” लिखा पाया गया। यह देख उनके माता-पिता स्नेहमय और शिखा भट्टाचार्य बेहद परेशान और हैरान हैं। उन्होंने तुरंत बीएलओ मलय दत्त को इस गलती की जानकारी दी। बीएलओ ने मामले की पुष्टि करते हुए बताया कि उनके पास मौजूद रिकॉर्ड के अनुसार देवमय और उनकी पत्नी मोनिका दोनों के नाम अन्य स्थान पर दर्ज हैं। इसका मतलब यह है कि दोनों पहले से ही वैध मतदाता हैं। फिर भी देवमय का नाम मृत सूची में कैसे आ गया, यह स्पष्ट नहीं हो पाया।

गौरतलब है कि सूची में मोनिका का नाम सही ढंग से दर्ज है, जबकि देवमय के नाम के सामने मृत लिखा गया है। इस त्रुटि ने परिवार को काफी परेशान कर दिया है। देवमय ने फोन पर कहा, “जिंदा इंसान को मृत बताया जा रहा है। माता-पिता यह कैसे स्वीकार करें कि उनका जीवित बेटा कागजों में मृत करार दिया गया है।”

विशेषज्ञों का मानना है कि ऐसी गलती आमतौर पर तकनीकी या रिकॉर्डिंग त्रुटियों के कारण होती है, लेकिन इसका तत्काल सुधार आवश्यक है। इस मामले से यह भी स्पष्ट होता है कि मतदाता सूची को अद्यतन करते समय विशेष सतर्कता बरतनी चाहिए, ताकि किसी भी वैध मतदाता को अनजाने में नुकसान न हो। बुजुर्ग दंपती अब चुनाव आयोग से इस त्रुटि को सुधारने की कार्रवाई की प्रतीक्षा कर रहे हैं और समाज में जागरूकता फैलाने की भी आवश्यकता महसूस कर रहे हैं।

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