निधि, सन्मार्ग संवाददाता
बनगांव : उत्तर 24 परगना जिले के बनगाँव क्षेत्र में पुराने वाहनों की खरीद-फरोख्त की आड़ में बड़े पैमाने पर धोखाधड़ी और जालसााजी का एक चौंकाने वाला मामला सामने आया है। पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए इस गिरोह की एक प्रमुख सदस्य, अंकिता घोष नामक महिला को गिरफ्तार किया है। पुलिस को संदेह है कि यह दंपति कई अन्य लोगों से भी इसी तरह की धोखाधड़ी कर चुका है।
गिरफ्तार अभियुक्त अंकिता घोष अपने पति के साथ मिलकर बनगाँव थाना क्षेत्र के शक्तिगढ़ इलाके में पुराने वाहन खरीदने-बेचने का कारोबार करती थी। उनका मुख्य तरीका था: एक ही वाहन को एक साथ कई संभावित ग्राहकों को दिखाना और उनसे पैसे वसूलना।
मिली जानकारी के अनुसार, बनगाँव के एक व्यक्ति ने इस दंपति से एक पुरानी मोटरसाइकिल खरीदने का सौदा किया था। दंपति ने सौदा तय होने के बाद पीड़ित से बाइक की कीमत के अलावा, पंजीकरण (रजिस्ट्रेशन) कराने के नाम पर अतिरिक्त मोटी रकम भी ऐंठ ली।
हालांकि, पीड़ित को बाद में पता चला कि जिस मोटरसाइकिल के लिए उसने पैसे दिए थे, उसे दंपति ने चुपके से अधिक कीमत पर किसी और ग्राहक को बेच दिया है। जब पीड़ित ने इस धोखाधड़ी पर सवाल उठाया और अपने पैसे या बाइक की मांग की, तो दंपति टालमटोल करने लगे और कोई संतोषजनक जवाब नहीं दिया।
ठगी का शिकार होने के बाद, पीड़ित ने अंततः बनगाँव थाने में इस पूरे मामले की लिखित शिकायत दर्ज कराई। पुलिस ने शिकायत को गंभीरता से लेते हुए तत्काल जांच शुरू की और शक्तिगढ़ इलाके में छापा मारकर मुख्य आरोपी अंकिता घोष को गिरफ्तार कर लिया।
पुलिस का मानना है कि यह दंपति सिर्फ एक मामले में शामिल नहीं है, बल्कि इनके खिलाफ धोखाधड़ी के और भी मामले हो सकते हैं। पुलिस के प्राथमिक अनुमान के अनुसार, वे एक ही वाहन को कई ग्राहकों को दिखाकर उनसे पैसे ऐंठने के एक सुनियोजित जालसाजी नेटवर्क का हिस्सा थे।
अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक ने बताया कि गिरफ्तार महिला से सघन पूछताछ की जा रही है ताकि इस धोखाधड़ी के पूरे नेटवर्क, इसमें शामिल अन्य सदस्यों और अब तक की गई ठगी की कुल राशि का जल्द से जल्द पता लगाया जा सके। पुलिस इस मामले में अंकिता घोष के पति की भूमिका की भी जांच कर रही है।