कोलकाता: पश्चिम बंगाल में SIR प्रक्रिया के दौरान दो बूथ लेवल ऑफिसर (BLO) अपनी जिम्मेदारियों को निभाते हुए अपनी जान गंवा बैठे। जलपाईगुड़ी के माल क्षेत्र में एक बीएलओ ने अत्यधिक कार्यभार और मानसिक दबाव के कारण आत्महत्या कर ली, जबकि कूचबिहार में एक अन्य बीएलओ ड्यूटी के दौरान अस्वस्थ हो गया जिनकी बाद में मृत्यु हो गयी।
राज्य सरकार ने उत्तर बंगाल के मृत दोनों बीएलओ के परिवारों को 2–2 लाख रुपये की वित्तीय सहायता दी। मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने जिला प्रशासन को निर्देश दिया है कि यह सहायता तुरंत परिवारों तक पहुँचाई जाए। इसके अलावा, कोन्नगर में ड्यूटी के दौरान सेरेब्रल अटैक का शिकार हुए एक बीएलओ को 1 लाख रुपये की मदद प्रदान की गयी। इतना ही नहीं, सीएम ने स्वयं बीएलओ को फोन कर सहायता का आश्वासन दिया।
प्रशासन का कहना है कि मैदान में कार्यरत सरकारी कर्मचारियों की सुरक्षा और हित सुनिश्चित करना सरकार की प्राथमिक जिम्मेदारी है। दोनों मृत बीएलओ शारीरिक रूप से अस्वस्थ होने के बावजूद घर-घर जाकर मतदाता सूची का सत्यापन, संशोधन और नये नाम जोड़ने का काम कर रहे थे।
सरकारी अधिकारी मानते हैं कि यह वित्तीय सहायता परिवारों के लिए कठिन समय में प्रारंभिक सहारा प्रदान करेगी। सूत्रों के अनुसार बर्दवान के एक अन्य मृत बीएलओ को भी जल्द ही सहायता प्रदान की जाएगी।