प्रदर्शन करते प्रदर्शनकारी 
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बारुईपुर-डायमंड हार्बर सेक्शन में महिला डिब्बों को लेकर प्रदर्शन

ट्रेनों की आवाजाही बाधित

कोलकाता : सियालदह डिविजन के बारुईपुर-डायमंड हार्बर रेल सेक्शन में गुरुवार की सुबह उस समय अफरा-तफरी मच गई जब कुछ लोगों ने लोकल ट्रेनों में महिला डिब्बों की संख्या बढ़ाने के विरोध में आंदोलन शुरू कर दिया। इस विरोध के चलते करीब तीन घंटे तक इस सेक्शन में ट्रेन सेवाएं बाधित रहीं, जिससे हजारों यात्रियों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ा। बता दें कि सियालदह डिविजन द्वारा यात्रियों की बढ़ती संख्या और उनकी मांगों को ध्यान में रखते हुए हाल ही में ईएमयू लोकल ट्रेनों में कोचों की संख्या 9 से बढ़ाकर 12 कर दी गई है। इन अतिरिक्त कोचों में से सिर्फ आधे-आधे हिस्से के दो कोचों को महिला यात्रियों के लिए आरक्षित किया गया है ताकि उन्हें अधिक सुरक्षित और सुविधाजनक यात्रा का अनुभव मिल सके। हालांकि, इस फैसले के विरोध में गुरुवार की सुबह कुछ लोगों ने बारुईपुर-डायमंड हार्बर सेक्शन के विभिन्न स्टेशनों पर आंदोलन शुरू कर दिया। उत्तर राधानगर हॉल्ट पर सुबह 6:26 बजे से 9:16 बजे तक रेल परिचालन रोका गया। वहीं, होटर के पास स्थित लेवल क्रॉसिंग गेट पर सुबह 8:40 बजे से 9:17 बजे तक प्रदर्शन किया गया। इसके अलावा, धमुआ स्टेशन के पास ओवरहेड वायर पर केले के पत्ते फेंककर जानबूझकर तकनीकी बाधा उत्पन्न की गई और मगराहाट स्टेशन पर भी रेल मार्ग अवरुद्ध किया गया। इस आंदोलन के चलते कुल 15 लोकल ट्रेनों को रद्द करना पड़ा, जिनमें 9 अप और 6 डाउन ईएमयू ट्रेनें शामिल हैं। विरोध प्रदर्शन समाप्त होने के बाद सुबह 9:42 बजे से रेल सेवाएं धीरे-धीरे सामान्य की गईं। इस पूरी घटना के दौरान यात्रियों को भारी असुविधा हुई और समय की पाबंदी पर भी असर पड़ा। गौरतलब है कि इस सेक्शन में महिला यात्रियों की संख्या कुल यात्रियों का लगभग 25 प्रतिशत है और पिछले कुछ महीनों से महिला यात्रियों द्वारा विशेष डिब्बों की संख्या बढ़ाने की मांग लगातार की जा रही थी। ठीक एक महीने पहले 17 मार्च को सियालदह-कैनिंग सेक्शन के घुटियारी शरीफ स्टेशन पर महिलाओं ने सार्वजनिक आंदोलन कर 31 मिनट तक रेल सेवा बाधित की थी। इसके बाद रेलवे ने यह निर्णय लिया था कि प्रत्येक 12 कोच वाली ईएमयू रेक के दोनों छोर से तीसरे कोच का एक हिस्सा महिला यात्रियों के लिए आरक्षित किया जाएगा।


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