सन्मार्ग संवाददाता
कोलकाता : कुंतल घोष तो एजेंट था, कहां गये नौकरी पाने वाले, सीबीआई अधिकारियों से अलीपुर कोर्ट में यह सवाल किये गये। सीबीआई के वकील ने बताया कि एजेंसी पूर्व शिक्षा मंत्री पार्थ चटर्जी से भी ज्यादा शक्तिशाली व्यक्ति की तलाश कर रही है। इस दौरान कोर्ट ने पैसे लेकर नौकरी पाने वालों के बारे में जानना चाहा। कोर्ट ने भर्ती मामले में अवैध तरीके से नौकरी पाने वालों को सार्वजनिक करने को कहा। शुक्रवार को जज ने भर्ती मामलों की जांच कर रही केंद्रीय एजेंसी सीबीआई से सवाल किया कि सीबीआई ने पैसे लेकर नौकरी देने वालों के नाम पर चार्जशीट जारी की थी, लेकिन पैसे से नौकरी पाने वालों के नाम कहां हैं ? भर्ती मामले में केंद्रीय जांचकर्ता फिलहाल पूर्व शिक्षा मंत्री पार्थ चटर्जी से भी ज्यादा ताकतवर व्यक्ति की तलाश कर रहे हैं। सीबीआई ने बताया कि सुजय भद्र जैसे बिचौलियों से पूछताछ कर ताकतवर लोगों की तलाश की जा रही है। सीबीआई की विशेष अदालत शुक्रवार को भर्ती मामले की सुनवाई कर रही थी। इस मामले में गिरफ्तार कुंतल घोष, तापस मंडल और नीलाद्रि घोष कोर्ट में मौजूद थे। सीबीआई इन तीनों लोगों के खिलाफ चार्जशीट पहले ही जारी कर चुकी है। कोर्ट ने चार्जशीट के संबंध में सीबीआई से स्पष्टीकरण मांगा है। केंद्रीय जांच एजेंसी को शुक्रवार को ही कोर्ट को इस बारे में जानकारी देनी थी। सीबीआई की विशेष अदालत के जज ने पूछा कि कुंतल, तापस, नीलाद्रि एजेंट हैं। उन पर पैसे लेकर नौकरी देने का आरोप है। कुछ लोगों को पैसे से नौकरी मिली। कुछ लोगों को पैसे से नौकरी नहीं मिली। जिन्हें नहीं मिला, उन्हें बिना बात किए छोड़ दिया गया, लेकिन जिन्हें पैसे से नौकरी मिली, उन्हें आगे क्यों नहीं लाया गया ?