कोलकाता : सप्ताह के हर दिन का अपना अलग महत्व होता है। सप्ताह के सातों दिन किसी न किसी देवी या देवता को समर्पित हैं। देवता की पूजा के आधार पर ही उस दिन के रंग का चयन भी किया जाता है। मान्यता है कि सातों दिन के अनुसार अगर हर दिन खास रंग के कपड़े पहने जाएं तो इससे जीवन में सकारात्मकता आती है। रंगों का यह संयोजन हमारे जीवन में रंग भरता है और हर दिन एक नये दिन का अहसास कराता है। इससे सृजन की क्षमता बढ़ती है।
अलग-अलग रंगों की बात इसलिए की जाती है, क्योंकि दिन का निर्धारण सूर्य की किरणों से होता है। यह सूर्य किरणें सात रंगों की होती हैं। ये सात रंग जीवन के रंग हैं। आइए जानते हैं कि किस देवता की पूजा में कौन सा और सप्ताह के किस दिन किस तरह के कपड़े धारण करने चाहिए।
किस देवता की पूजा में पहनें कौन सा रंग
– बात अगर सोमवार की करें तो सोमवार को सफेद रंग के कपड़े पहनने चाहिए। यह महादेव की आराधना का दिन है और चंद्रदेव को भी समर्पित हैं। सोमवार को कहीं निकलें तो सफेद कपड़े पहनें।
– मंगलवार को हनुमान जी की पूजा के दौरान आप लाल, नारंगी या केसरिया रंग के कपड़े पहनकर पूजा कर सकते हैं। बल्कि आप इसी रंग के कपड़े भी धारण कर सकते हैं।
– अगर आप बुधवार का व्रत या भगवान गणेश की पूजा कर रहे हैं तो इस दौरान हरे रंग के वस्त्र पहनकर बैठना शुभ माना जाता है। इसका कारण यह है कि भगवान गणेश को दूर्वा बेहद प्रिय है और बुधवार के दिन का स्वामी बुध ग्रह है जिसे हरा रंग पसंद है, इसलिए गणेश जी की पूजा के दौरान हरे रंग के कपड़े पहनने चाहिए। शुभ कार्य में सफलता के लिए भी हरा रंग धारण करके निकलना चाहिए।
– भगवान विष्णु की पूजा और बृहस्पतिवार के व्रत के दौरान पीले रंग के वस्त्र पहनने चाहिए। इसके अलावा आप चाहें तो सुनहरा या नारंगी रंग भी पहन सकते हैं।
– शुक्रवार के व्रत या मां लक्ष्मी के पूजन के दौरान गहरे लाल रंग के कपड़े पहनना बेहद शुभ माना जाता है।
– शनिवार का दिन शनिदेव का दिन माना जाता है और शनिदेव को काला रंग पसंद है इसलिए शनिदेव की पूजा में काले या नीले रंग के कपड़े पहने जा सकते हैं। शनिदेव के अलावा किसी भी भगवान की पूजा में काले रंग के कपड़े नहीं पहनने चाहिए।
– रविवार को खिले हुए रंग के कपड़े पहनने चाहिए। पीले रंग के कपड़े विशेष लाभप्रद हैं। रविवार का दिन सूर्यदेव को समर्पित है।