आइजोल : मिजोरम के मामित जिले की डाम्पा विधानसभा सीट पर हो रहे उपचुनाव के जानकारी देते हुए अधिकारीयों ने बताया कि मंगलवार पूर्वाह्न 11 बजे तक 20,000 से अधिक मतदाताओं में से 34.38 प्रतिशत ने अपने मताधिकार का प्रयोग किया।
MNF विधायक के निधन से खाली हुई सीट
यह उपचुनाव जुलाई में एमएनएफ विधायक ललरिंतलुआंगा सैलो के निधन के बाद कराया जा रहा है। विशेषज्ञों के अनुसार, यह उपचुनाव सत्तारूढ़ जोराम पीपुल्स मूवमेंट (ZPM) के लिए एक परीक्षा माना जा रहा है, क्योंकि इसके परिणाम तीन दिसंबर को होने वाले लाई ऑटोनॉमस डिस्ट्रिक्ट काउंसिल (LADC) चुनाव और वर्ष के अंत में आइजोल नगर निगम (एएमसी) चुनावों पर प्रभाव डाल सकते हैं। जेडपीएम के लिए जीत पार्टी का मनोबल बढ़ाने का काम करेगी, खासकर विपक्षी दलों की बढ़ती आलोचना के बीच।
MNF के लिए यह उपचुनाव खास
एमएनएफ के लिए यह उपचुनाव खास महत्व रखता है, क्योंकि यदि वह हार गई तो 40-सदस्यीय विधानसभा में उसकी ताकत और घट जाएगी और विपक्ष के नेता के पद के लिए उसका दावा खतरे में पड़ सकता है। इस पद के लिए कम से कम 10 विधायक आवश्यक हैं, जबकि सैलो के निधन के बाद एमएनएफ के पास अब नौ विधायक हैं। ईसाई बहुल राज्य में अपनी पैठ बढ़ाने का प्रयास कर रही भाजपा इस चुनाव को अपनी पकड़ मजबूत करने का अवसर मान रही है। वर्तमान में विधानसभा में पार्टी के दो विधायक हैं।
41 मतदान केंद्रों पर कड़ी टक्कर
मुख्य निर्वाचन अधिकारी लालरोज़ामा ने बताया कि सभी 41 मतदान केंद्रों पर कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बीच मतदान जारी है। उन्होंने कहा कि कुछ केंद्रों पर वीवीपैट में समस्या आई थी, जिन्हें मतदान शुरू होने से पहले तुरंत बदल दिया गया। इस विधानसभा क्षेत्र में मिजो और अल्पसंख्यक समुदायों जैसे चकमा और ब्रू का मिश्रित जनसंख्या आधार है। डाम्पा मामित जिले के तीन विधानसभा क्षेत्रों में से एक है।
पार्टी और उनके प्रत्याशी
सत्तारूढ़ जेडपीएम ने मिजो गायक और प्रचारक वनलालसैलोवा को मैदान में उतारा है जबकि मुख्य विपक्षी दल एमएनएफ (मिज़ो नेशनल फ्रंट) ने अपने वरिष्ठ उपाध्यक्ष आर. लालथंगलियाना को उम्मीदवार बनाया है। कांग्रेस ने पार्टी के उपाध्यक्ष जॉन रोटलुआंगलियाना को मैदान में उतारा है जबकि भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने लालमिंगथांगा को उम्मीदवार बनाया है।