राज्य

सबरीमला मुद्दे पर प्रधानमंत्री के हस्तक्षेप की मांग

सबरीमाल में सोना चोरी का मुद्दा गरमाया, भाजपा का हस्ताक्षर अभियान

कोझीकोड : भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के राज्य महासचिव एम टी रमेश ने कहा कि पार्टी सबरीमला मुद्दे पर केंद्र सरकार और प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के हस्तक्षेप की मांग को लेकर बड़े पैमाने पर हस्ताक्षर अभियान शुरू करेगी। रमेश ने आरोप लगाया कि सबरीमला से हाल में हुई सोने की चोरी के पीछे एक बड़ी साजिश है और दावा किया कि माकपा का राज्य मुख्यालय ‘एकेजी सेंटर’ इसके केंद्र में है।

हाई कोर्ट का दिया हवाला

रमेश ने हाई कोर्ट की टिप्पणियों का हवाला देते हुए कहा कि श्रीकोविल के दरवाजे में पाया गया सोना और एक अंतरराष्ट्रीय रैकेट की संदिग्ध संलिप्तता ने स्पष्ट कर दिया है कि मामला केवल एक व्यक्ति तक सीमित नहीं हो सकता। यह एक बड़ी साजिश है। इसे सिर्फ त्रावणकोर देवस्वओम बोर्ड (TDB) के अधिकारियों तक सीमित नहीं रखा जा सकता। सरकार की संलिप्तता स्पष्ट है। हमने पहले भी यह मुद्दा उठाया था और अब हाई कोर्ट ने भी इसी तरह की चिंता जताई है।’

भाजपा का हस्ताक्षर अभियान

रमेश ने इसके आगे कहा कि सबरीमला में दुनियाभर से श्रद्धालु आते हैं। केंद्र को मंदिर की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए हस्तक्षेप करना चाहिए। हम एक करोड़ लोगों का हस्ताक्षर लेंगे और इन्हें प्रधानमंत्री को सौंपेंगे। उन्होंने कहा कि हस्ताक्षर अभियान 10 से 20 नवंबर तक चलेगा और इस दौरान भाजपा कार्यकर्ता राजनीतिक संबद्धता की परवाह किए बिना घरों में जाएंगे और आगामी तीर्थयात्रा सत्र की तैयारी कर रहे श्रद्धालुओं से मिलेंगे।

CBI से जाँच करने की मांग

रमेश ने घटना की जांच केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (CBI) से कराये जाने की मांग दोहराते हुए कहा कि विशेष जांच दल (SIT) की अपनी सीमाएं हैं, क्योंकि यह राज्य सरकार के अधीन काम करता है।

मंदिर का प्रबंधन श्रद्धालुओं को सौंपा जाय

रमेश ने यह भी मांग की कि मंदिर का प्रबंधन श्रद्धालुओं को सौंप दिया जाये। उन्होंने कहा, कि TDB लुटेरे समूहों में बदल गए हैं। मंदिरों की संपत्ति लूटी जा रही है। नास्तिक लोग बोर्ड चला रहे हैं और मंदिर की संपत्तियों को केवल धन और कीमती सामान समझ रहे हैं। भक्तों को मंदिरों का प्रबंधन करने का अधिकार देने के लिए एक कानून होना चाहिए।’’

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