दुबई: सलामी बल्लेबाज समीर मिन्हास ने एक बार फिर शानदार प्रतिभा की झलक दिखाते हुए शतक जड़ दिया जिससे पाकिस्तान ने रविवार को यहां 50 ओवर के पुरुष अंडर-19 एशिया कप फाइनल में भारत के खिलाफ आठ विकेट पर 347 रन का बड़ा स्कोर खड़ा किया। टीम के लिए टूर्नामेंट में बेहतरीन प्रदर्शन करने वाले खिलाड़ियों में से एक मिन्हास ने 113 गेंद में 172 रन बनाए और यह टूर्नामेंट में उनका दूसरा शतक है। बल्लेबाजी में भारत की खराब शुरुआत हुई। भारत ने 12 ओवर में 5 विकेट गंवा दिए हैं।
भारत ने टॉस जीतकर गेंदबाजी चुनी
भारत ने टॉस जीतकर गेंदबाजी करने का फैसला किया। पिछले चरण के चैंपियन बांग्लादेश के खिलाफ सेमीफाइनल में आठ विकेट से शानदार जीत के बाद फाइनल में पहुंची पाकिस्तान ने भारतीय गेंदबाजों को हावी नहीं होने दिया। पाकिस्तान के टी20 खिलाड़ी अराफात मिन्हास के छोटे भाई समीर ने शुक्रवार को सेमीफाइनल में नाबाद अर्धशतक बनाकर अहम भूमिका निभाई थी। उन्होंने हर गेंदबाज पर हमला किया, खासकर नई गेंद के गेंदबाज किशन सिंह और दीपेश देवेंद्रन के खिलाफ ज्यादा आक्रामक रहे।
71 गेंद में पूरा किया शतक
मिन्हास की पारी में 17 चौके और नौ छक्के शामिल रहे। उन्होंने 29वें ओवर में देवेंद्रन की गेंद पर चौका लगाकर 71 गेंद में अपना शतक पूरा किया। यह इस टूर्नामेंट में मिन्हास का दूसरा शतक था। उन्होंने पहले ग्रुप मैच में मलेशिया के खिलाफ नाबाद 177 रन बनाए थे। उन्नीस साल का यह खिलाड़ी दोहरा शतक बनाने के करीब था जिससे वह भारत के अभिज्ञान कुंडू और दक्षिण अफ्रीका के जोरिच वैन शाल्कविक जैसे खिलाड़ियों के साथ 200 से ज्यादा रन बनाने वाले एलीट क्लब में शामिल हो सकता था।
देवेंद्रन ने किया मन्हास को आउट
लेकिन यह बल्लेबाज देवेंद्रन (83 रन देकर तीन विकेट) की धीमी गेंद पर चकमा खा गया और मिड-ऑन पर कैच आउट हो गया। भारतीय तेज गेंदबाज देवेंद्रन ने इस तरह मैच में अपना पहला विकेट लिया लेकिन इससे पहले पाकिस्तान के सलामी बल्लेबाज ने उनके खिलाफ खूब रन बटोरे। 28वें ओवर में मिन्हास ने बड़ा छक्का लगाया जिसमें उनकी क्लास साफ झलक रही थी। उन्होंने अपने पैरों का इस्तेमाल करके आयुष म्हात्रे की गेंद को हवा में ऊंचा उठाकर डीप मिड-विकेट पर पहुंचाया। हमजा जहूर (18) के आसान कैच देकर जल्दी आउट होने के बाद पाकिस्तान ने बिना किसी दिक्कत के रन जुटाना जारी रखा।
उस्मान खान और मन्हास के बीच 123 रन की साझेदारी
जहूर के आउट होने के बाद उस्मान खान (35) क्रीज पर उतरे और मिन्हास के साथ मिलकर 92 रन की भागीदारी करके स्कोर 123 रन तक पहुचाया। टूर्नामेंट में एक शतक और एक अर्धशतक जड़कर अच्छी फॉर्म में चल रहे बाएं हाथ के अहमद हुसैन ने 56 रन की पारी खेली। पर बाएं हाथ के स्पिनर खिलन पटेल (44 रन देकर दो विकेट) ने मध्यक्रम के इस बल्लेबाज को स्वीप शॉट खेलने के लिए उकसाया जिससे वह मिड-विकेट पर कैच आउट हो गए।
भरता आठ बार जीत चुका है खिताब
उनके और मिन्हास के बीच 137 रन की भागीदारी ने पाकिस्तान को बड़े स्कोर तक पहुंचने में अहम भूमिका अदा की। भारत ने 1989 में शुरू हुए टूर्नामेंट में रिकॉर्ड आठ बार यह खिताब जीता है। भारत 2012 में पाकिस्तान के साथ संयुक्त विजेता रहा था क्योंकि तब मैच टाई हो गया था। इस तरह पाकिस्तान ने मलेशिया में अपने चिर प्रतिद्वंद्वी के साथ संयुक्त विजेता होकर यह ट्रॉफी सिर्फ एक बार जीती है।