चांग्झू : भारतीय शटलर एचएस प्रणय ने 5 मैच प्वाइंट बचाए और एक गेम से पिछड़ने के बाद वापसी करते हुए मंगलवार को यहां जापान के कोकी वतनबे को हराकर चाइना ओपन सुपर 1000 बैडमिंटन टूर्नामेंट के दूसरे दौर में जगह बनाई लेकिन लक्ष्य सेन फिर से पहली बाधा पार नहीं कर पाए। प्रणय ने विश्व के 18वें नंबर के वतनबे के खिलाफ 8-21, 21-16, 23-21 से जीत हासिल की। लक्ष्य का खराब प्रदर्शन जारी रहा और उन्हें अच्छी शुरुआत के बावजूद चीन के ली शि फेंग से 21-14, 22-24, 11-21 से हार का सामना करना पड़ा। महिला एकल में अनुपमा उपाध्याय पहले ही दौर में चीनी ताइपे की लिन ह्सियांग ती से 23-21, 11-21, 10-21 से हारकर बाहर हो गईं। ए सूर्या और ए प्रमुथेश तथा रोहन कपूर और रुथविका गड्डे की मिश्रित युगल जोड़ियां भी अपने शुरुआती दौर के मैच हार गईं।
प्रणय का प्रदर्शन : प्रणय ने मैच के बाद कहा कि इस जीत से मै खुश हूं लेकिन अब हर राउंड जीतना दिन-ब-दिन मुश्किल होता जा रहा है। पुरुष एकल में औसत आयु अचानक 22-23 वर्ष हो गई है। बहुत सारे नए चेहरे हैं और आप वास्तव में नहीं जानते कि उनका खेल कैसा है। अब अनुभव बहुत ज्यादा मायने नहीं रखता है। प्रणय की पहले गेम में जापान के खिलाड़ी के सामने एक नहीं चली लेकिन दूसरे गेम में उन्होंने अच्छी वापसी करके मैच को बराबरी पर ला दिया। तीसरा और निर्णायक गेम काफी रोमांचक रहा। प्रणय आखिरी गेम में 2-11 से पीछे थे, लेकिन फिर उन्होंने लगातार पांच अंक लेकर अंतर कम कर दिया। फिर भी 15-20 के स्कोर पर जापान के खिलाड़ी के पास 5 मैच प्वाइंट थे। भारतीय खिलाड़ी ने इन सभी मैच प्वाइंट को बचाकर 21-20 की मामूली बढ़त हासिल कर ली और आखिर में यादगार जीत दर्ज की।