नयी दिल्ली : पाकिस्तान हॉकी टीम पुरुषों की एफआईएच प्रो लीग के आगामी सातवें सत्र का हिस्सा होगी जिससे उसके ‘होम एंड अवे’ प्रारूप में खेले जाने वाले इस टूर्नामेंट के दौरान भारत के साथ किसी तटस्थ स्थल पर भिड़ंत की संभावना है। पाकिस्तान आगामी सत्र में अर्जेंटीना, ऑस्ट्रेलिया, बेल्जियम, इंग्लैंड, जर्मनी, भारत, नीदरलैंड और स्पेन के साथ शामिल होगा जिसके विस्तृत कार्यक्रम का अभी इंतजार है। इस साल की शुरुआत में मलेशिया में खेले गए एफआईएच हॉकी नेशंस कप के जरिए पाकिस्तान को प्रोमोट किया गया। न्यूजीलैंड ने फाइनल में पाकिस्तान को हराकर यह प्रतियोगिता जीती थी लेकिन बाद में संकेत दिया कि वह ‘इस बार प्रो लीग में शामिल होने का निमंत्रण स्वीकार नहीं करेगा।’
विश्व संचालन संस्था एफआईएच ने एक प्रेस विज्ञप्ति में कहा, ‘इसलिए नियमों के अनुसार एफआईएच ने उपविजेता पाकिस्तान को भी निमंत्रण दिया है जिन्होंने अपनी भागीदारी की पुष्टि कर दी है।’ भारत सरकार ने हाल में पाकिस्तान के संबंध में एक निश्चित खेल नीति बनाई है जिसके अंतर्गत पड़ोसी देश के साथ किसी भी द्विपक्षीय खेल प्रतियोगिता पर प्रतिबंध लगा दिया गया है। किसी भी पाकिस्तानी टीम को द्विपक्षीय टूर्नामेंट के लिए भारत आने की अनुमति नहीं होगी और इसी तरह कोई भी भारतीय टीम वहां नहीं जाएगी। हालांकि कई टीमों के टूर्नामेंट में भागीदारी के लिए छूट दी गई है क्योंकि सरकार ने ओलंपिक चार्टर के समावेशिता के सिद्धांत का पालन करने का फैसला किया है।
हॉकी इंडिया के एक सूत्र ने बताया, ‘सरकार के निर्देशानुसार, पाकिस्तान के साथ कोई द्विपक्षीय खेल संबंध नहीं होंगे, लेकिन हमें अंतरराष्ट्रीय टूर्नामेंटों में उनके साथ खेलना होगा। अब जबकि पाकिस्तान 2025-26 प्रो लीग में शामिल है, हम उनके साथ एक तटस्थ स्थान पर खेलेंगे जिस पर अभी फैसला होना बाकी है। पाकिस्तान की टीम भारत की यात्रा नहीं कर सकती।’ पाकिस्तानी टीम ने हाल में सुरक्षा चिंताओं का हवाला देते हुए शुक्रवार को बिहार के राजगीर में शुरू हुए एशिया कप के लिए भारत की यात्रा नहीं करने का फैसला किया था जबकि भारत सरकार ने महाद्वीपीय प्रतियोगिता के लिए उनके खिलाड़ियों को वीजा जारी करने का फैसला किया था क्योंकि यह विश्व कप क्वालीफायर भी है।