ज्यूरिख : दो बार के ओलंपिक पदक विजेता नीरज चोपड़ा गुरुवार को यहां डायमंड लीग फाइनल में सत्र के अब तक के अपने सबसे शानदार 90 मीटर प्रदर्शन को दोहराते हुए ट्रॉफी पर कब्जा करना चाहेंगे। भारतीय समयानुसार रात 11:15 बजे खिताब के लिए प्रतिस्पर्धा करने की उम्मीद है। भारत में किसी भी टीवी चैनल पर सीधा प्रसारण नहीं किया जाएगा। डायमंड लीग के 14 लीग चरण में से चार में पुरुषों की भाला फेंक स्पर्धा शामिल थी जिसमें से चोपड़ा ने केवल दो में ही हिस्सा लिया और 15 अंक के साथ चौथे स्थान पर रहते हुए फाइनल के लिए क्वालीफाई किया।
चोपड़ा ने अगस्त में सिलेसिया और ब्रसेल्स चरण में हिस्सा नहीं लिया था। उन्होंने पिछली बार 2022 में डायमंड लीग ट्रॉफी जीती थी। इन चार मुकाबलों में अंक तालिका में शीर्ष छह फाइनल के लिए क्वालीफाई करते हैं। पुरुष और महिला दोनों वर्गों में 32 स्पर्धाएं होती हैं इसलिए डायमंड लीग फाइनल दो दिन तक चलता है। डायमंड लीग फाइनल में प्रत्येक स्पर्धा के विजेता को इस वर्ष का चैंपियन घोषित किया जाएगा और उसे एक डीएल ट्रॉफी के साथ 30,000 से 50,000 अमेरिकी डॉलर तक की पुरस्कार राशि और अगले महीने टोक्यो में होने वाली विश्व चैंपियनशिप में वाइल्ड कार्ड से प्रवेश मिलेगा। पुरुषों की भाला फेंक स्पर्धा में रोमांचक मुकाबला होने वाला है जिसमें टोक्यो ओलंपिक के स्वर्ण और पेरिस ओलंपिक के रजत पदक विजेता चोपड़ा का सामना सात पुरुषों के फाइनल में ग्रेनाडा के गत चैंपियन एंडरसन पीटर्स और जर्मनी के जूलियन वेबर से होगा।
कीनिया के 2015 विश्व चैंपियन जूलियस येगो, त्रिनिदाद और टोबैगो के केशोर्न वाल्कोट और मोल्दोवा के एंड्रियन मार्डारे अंक तालिका में शीर्ष छह में शामिल होंगे जबकि स्विट्जरलैंड के साइमन वीलैंड को मेजबान देश की ओर से शामिल किया गया। पीटर्स दो बार के विश्व चैंपियन हैं लेकिन हाल के दिनों में उनकी फॉर्म अच्छी नहीं रही है। उन्होंने अब तक इस सत्र का सर्वश्रेष्ठ 85.64 मीटर थ्रो किया है जबकि दोहा में वह तीसरे स्थान पर रहे थे। वेबर ने इस साल का सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करते हुए 91.06 मीटर थ्रो किया है जो उन्होंने 16 मई को दोहा में हुई डायमंड लीग में हासिल किया जिसमें उन्होंने चोपड़ा को पछाड़ दिया था। चोपड़ा ने आखिरकार दोहा में 90.23 मीटर के साथ 90 मीटर का आंकड़ा पार किया हालांकि वह वेबर के बाद दूसरे स्थान पर रहे।
इस 27 वर्षीय भारतीय सुपरस्टार ने इसके बाद 20 जून को पेरिस चरण में 88.16 मीटर थ्रो के साथ जीत हासिल की जबकि वेबर 87.88 मीटर के साथ दूसरे स्थान पर रहे। दोहा में भारतीय स्टार का 90.23 मीटर का थ्रो इस सत्र का तीसरा सबसे बड़ा थ्रो है। लुइज मौरिसियो दा सिल्वा ने इस सत्र का दूसरा सबसे दूर थ्रो 91 मीटर फेंका है लेकिन वह फाइनल के लिए क्वालीफाई नहीं कर पाए हैं। इस सत्र में अब तक केवल तीन भाला फेंक खिलाड़ी ही 90 मीटर का आंकड़ा पार कर पाए हैं। चोपड़ा का आखिरी टूर्नामेंट पांच जुलाई को बेंगलुरु में एनसी क्लासिक था जिसकी मेजबानी उन्होंने की थी और 86.18 मीटर के थ्रो के साथ जीत हासिल की थी। चोपड़ा और 30 वर्षीय वेबर इस सत्र में दो चरण में बारी बारी पहले और दूसरे स्थान पर रहे हैं जिससे यहां भी खिताबी मुकाबला इन दोनों के बीच ही होने की उम्मीद है। चोपड़ा के लिए यह साल काफी अच्छा रहा है। उन्होंने सत्र के शुरु में लंबे समय के इंतजार के बाद 90 मीटर थ्रो हासिल किया। इसके बाद पांच जुलाई को बेंगलुरु में एनसी क्लासिक में घरेलू दर्शकों के सामने एक बेहतरीन प्रतियोगिता की मेजबानी और उसमें प्रतिस्पर्धा करने का अपना सपना साकार किया।