मकाऊ : भारत का मकाऊ ओपन सुपर 300 बैडमिंटन टूर्नामेंट में अभियान समाप्त हो गया जब लक्ष्य सेन और तरूण मन्नेपल्ली पुरुष एकल सेमीफाइनल मुकाबले हारकर बाहर हो गए। विश्व चैंपियनशिप 2021 के कांस्य पदक विजेता और मौजूदा राष्ट्रमंडल खेल चैंपियन लक्ष्य को इंडोनेशिया के अलवी फरहान ने 39 मिनट में 21-16, 21-9 से हराया। वहीं तरुण मन्नेपल्ली को मलेशिया के जस्टिन होह ने तीन गेम के मुकाबले में मात दी। विश्व रैंकिंग में 47वें स्थान पर काबिज तेईस वर्ष के मन्नेपल्ली ने मजबूत शुरूआत की लेकिन कई गलतियों के कारण एक घंटे 21 मिनट तक चले मुकाबले में 21-19, 16-21, 16-21 से हार गए।
दुनिया के 17वें नंबर के खिलाड़ी लक्ष्य के लिये यह सत्र कठिन रहा है जो सात बार पहले और दो बार दूसरे दौर से बाहर हो गए। कंधे, कमर और टखने की चोटों से जूझ रहे लक्ष्य ने पेरिस में होने वाली विश्व चैंपियनशिप से पहले आत्मविश्वास हासिल करने के लिये यह टूर्नामेंट खेला था। 2003 विश्व जूनियर चैंपियन फरहान ने शानदार प्रदर्शन करके उन्हें फाइनल में जगह नहीं बनाने दी। विश्व रैंकिंग में 25वें स्थान पर काबिज फरहान ने 0-3 से शुरूआत करके पहले गेम के पहले ब्रेक तक 11-7 की बढत बना ली। उन्होंने बेहतरीन ड्रॉप शॉट, रेलियां और स्मैश लगाते हुए लक्ष्य को दबाव में ला दिया। लक्ष्य ने भी कुछ अच्छे स्ट्रोक्स लगाये लेकिन प्रदर्शन में निरंतरता नहीं रही।
बैकहैंड विनर लगाकर उन्होंने स्कोर 13-19 किया लेकिन फरहान ने उनका शॉट नेट में जाने के बाद पांच अंक लेकर पहला गेम अपने नाम किया। दूसरे गेम में भी यही स्थिति रही। फरहान ने 5-4 की बढत बना ली और 38 शॉट की रेली उनके बेहतरीन क्रॉस स्मैश पर खत्म हुई। ब्रेक तक फरहान के पास 11-5 की बढत थी। इसे उन्होंने 14-6 कर लिया। लक्ष्य का शॉट वाइड जाने और फिर शटल नेट में फंसने के कारण फरहान को 12 मैच प्वाइंट मिले जिस पर उन्होंने मैच अपने नाम कर लिया। पहले मैच में मन्नेपल्ली ने शुरूआत शानदार की और 11-6 से बढत भी बना ली लेकिन सहज गलतियों के कारण दबाव में आ गए।
जस्टिन होह ने इसका पूरा फायदा उठाते हुए वापसी की। मन्नेपल्ली ने हालांकि फिर बढत बनाकर पहला गेम अपने नाम कर लिया। दूसरे गेम में भी मन्नेपल्ली की गलतियों का सिलसिला जारी रहा और जस्टिन ने 8-6 से बढत बना ली। मन्नेपल्ली ने 13-13 से वापसी की लेकिन इसके बाद उनके दोनों शॉट बाहर निकल गए। जस्टिन ने 17-14 की बढत बना ली और फिर मन्नेपल्ली की लगातार गलतियों का फायदा उठाकर चार अंक लेकर गेम अपने नाम किया। निर्णायक गेम में मन्नेपल्ली ने 6-3 की बढत से शुरूआत की लेकिन जस्टिन ने जल्दी ही बराबरी की। दोनों 9- 9 से बराबरी पर थे लेकिन लांग शॉट पर जस्टिन ने दो अंक की बढत बनाई। ब्रेक के बाद उनकी बढत 16-9 की हो गई और आखिर में लांग रिटर्न पर चार मैच प्वाइंट बनाकर उन्होंने मुकाबला जीत लिया।