चेन्नई : निर्धारित समय में आखिरी मिनट में गोल गंवाने के बाद भारतीय टीम ने बेल्जियम को शुक्रवार को यहां शूटआउट में गोलकीपर प्रिंस दीप सिंह के शानदार प्रदर्शन के दम पर 4-3 से हराकर जूनियर हॉकी विश्व कप के सेमीफाइनल में प्रवेश कर लिया। भारत का सामना अब 7 दिसंबर को जर्मनी से होगा जबकि स्पेन की भिड़ंत अर्जेंटीना से होगी। निर्धारित समय तक स्कोर 2-2 से बराबर था। भारतीय टीम को आखिरी सीटी बजने से एक मिनट पहले कोताही बरतने का खामियाजा भुगतना पड़़ा और रोजे नाथन के गोल की मदद से बेल्जियम ने मैच को शूटआउट तक खींच दिया। शूटआउट में भारत के लिये शारदानंद तिवारी ने तीन (पेनल्टी स्ट्रोक पर) और अंकित पाल ने एक गोल किया जबकि बेल्जहयम के लिये हुजो लाबुशेरे, जी हाआक्स और चार्ल्स एल ने गोल दागे।
इससे पहले मैच में 45वें मिनट तक बेल्जियम ने अपनी सटीक पासिंग और गेंद पर नियंत्रण से भारत को दबाव में रखा लेकिन तीसरे क्वार्टर में कप्तान रोहित ने आखिरी मिनट में मिले पेनल्टी कॉर्नर पर जैसे ही बराबरी का गोल दागा , मैच की तस्वीर बदल गई। खचाखच भरे मेयर राधाकृष्णन स्टेडियम में मौजूद दर्शकों में मानो उत्साह का संचार हो गया। इससे दो मिनट पहले मिले पेनल्टी कॉर्नर पर रोहित का प्रयास नाकाम रहने से मिली निराशा भी दूर हुई।
बेल्जियम को आखिरी मिनट में लगातार तीन पेनल्टी कॉर्नर मिले लेकिन भारतीय डिफेंस ने इस बार कोई चूक नहीं की। चौथे क्वार्टर की शुरूआत बेल्जियम ने काफी आक्रामक की और पहले ही मिनट में पेनल्टी कॉर्नर बनाया लेकिन बढत नहीं बना सकी। भारत को जवाबी हमले में 48वें मिनट में पेनल्टी कॉर्नर मिला और शारदानंद तिवारी ने जैसे ही भारत को बढत दिलाई, पूरा स्टेडियम ’इंडिया इंडिया’ के शोर से गूंज उठा।
यह इत्तेफाक ही है कि शारदानंद के निर्णायक गोल की मदद से ही भारतीय जूनियर टीम भुवनेश्वर में चार साल पहले हुए टूर्नामेंट के क्वार्टर फाइनल में इसी प्रतिद्वंद्वी को एक गोल से हराकर अंतिम चार में पहुंची थी। इससे पहले शुरूआती क्वार्टर में भारत को छठे ही मिनट में गोल करने का सुनहरा मौका मिला लेकिन मनमीत के शॉट को बेल्जियम के गोलकीपर ने बचा लिया । मेजबान टीम को चार मिनट बाद पहला पेनल्टी कॉर्नर मिला लेकिन शारदानंद तिवारी का प्रयास नाकाम रहा।
दूसरी ओर बेल्जियम टीम ने जवाबी हमला करने में देर नहीं की और इसका फायदा मिला जब तेरहवें मिनट में कोर्नेज ने शानदार फील्ड गोल करके टूर्नामेंट में अब तक कोई चुनौती नहीं झेलने वाले भारतीय डिफेंस की कलई खोल दी। दाहिने फ्लैंक से गेंद लेकर कोर्नेज ने सर्कल के भीतर पास दिया। गेंद भीतर से फिर बायीं तरफ बाहर को आई और भारत के सारे डिफेंडर दूसरी तरफ थे जिसका फायदा उठाकर कार्नेज ने तेजी से भागते हुए गेंद गोल के भीतर डाल दी । गोलकीपर प्रिंस दीप सिंह पूरी तरह चकमा खाकर बायीं ओर डाइव लगाकर गोल बचाने में नाकाम रहे।
पहले क्वार्टर में बेल्जियम के पास एक गोल की बढत थी। भारत को 24वें मिनट में बराबरी का मौका मिला लेकिन सौरभ आनंद कुशवाहा बायीं ओर से मिले पास को पकड़ नहीं सके। भारत को अगले ही मिनट मिले पेनल्टी कॉर्नर पर वैरिएशन से भी कामयाबी नहीं मिल सकी ।