नयी दिल्ली : पूर्व कप्तान मिताली राज का मानना है कि अगर भारत आगामी महिला वनडे विश्व कप में बड़े मैचों के दौरान अहम मौकों का फायदा उठाकर लय अपने पक्ष में कर ले तो वह लंबे समय से चले आ रहे खिताब के सूखे को खत्म कर सकता है। मेजबान भारत अगले महीने होने वाले विश्व कप में ऑस्ट्रेलिया और इंग्लैंड के साथ टूर्नामेंट जीतने के प्रबल दावेदार के रूप में उतरेगा। हरमनप्रीत कौर की अगुवाई वाली भारतीय टीम अपने पहले विश्व खिताब की तलाश में है क्योंकि वह 50 ओवर के प्रारूप के फाइनल में दो बार चूक चुकी है। मिताली ने ‘आईसीसी डिजिटल’ से कहा, ‘मुझे लगता है कि भारत को बड़े मैचों के दौरान उन छोटे मौकों का फायदा उठाने की जरूरत है।’ उन्होंने कहा, ‘यही वह संतुलन है जो दावेदार टीमों के बीच है।
वे उन मौकों का अधिक से अधिक इस्तेमाल करने और लय को अपने पक्ष में करने की कोशिश करती हैं और भारत को उन मौकों का फायदा उठाने की जरूरत है।’ वर्ष 2005 और 2017 में भारत को अपनी कप्तानी में विश्व कप फाइनल तक पहुंचाने वाली मिताली का मानना है कि खिताब जीतने से देश में महिला क्रिकेट पर एक क्रांतिकारी प्रभाव पड़ेगा। उन्होंने कहा, ‘मुझे लगता है कि यह बहुत बड़ी बात होगी। मेरा मतलब है कि यह एक ऐसी चीज है जिसे सभी खिलाड़ी, चाहे कोई भी बल्ला उठाए, जो भी देश का प्रतिनिधित्व करना चाहता हो, विश्व कप जीतना चाहेगा क्योंकि अभी तक भारत ने ऐसा नहीं किया है।’ मिताली ने कहा, ‘हां, हम दो बार करीब पहुंचे हैं लेकिन अभी तक कप नहीं जीत पाए हैं। घरेलू मैदान पर विश्व कप जीतना बहुत अच्छा होगा क्योंकि यह बिल्कुल अलग मंच है।’
भारत के हाल के सीमित ओवरों के इंग्लैंड दौरे में युवा क्रांति गौड़ और श्री चरणी ने अपनी छाप छोड़ी, और टीम ने टी-20 अंतरराष्ट्रीय तथा एकदिवसीय दोनों सीरीज जीतीं। मिताली 22 साल की तेज गेंदबाज क्रांति से विशेष रूप से प्रभावित हैं। उन्होंने कहा, ‘मैं इंग्लैंड में क्रांति गौड़ की प्रतिभा से काफी प्रभावित थी।’ मिताली ने कहा, ‘वह डब्ल्यूपीएल (महिला प्रीमियर लीग) खेल चुकी हैं लेकिन उसके पास उतना अनुभव नहीं है।’ इस पूर्व भारतीय कप्तान ने कहा, ‘लेकिन एक तेज गेंदबाज के रूप में वह जिस दृढ़ता से लगातार प्रयास और विकेट लेने की कोशिश करती है वह प्रभावशाली है और उसने (इंग्लैंड में) छह विकेट भी लिए हैं इसलिए मैं उन्हें घरेलू विश्व कप में खेलते हुए देखना पसंद करूंगी।’ महिला विश्व कप 30 सितंबर से शुरू हो रहा है जिसमें भारत अपने अभियान की शुरुआत सह मेजबान श्रीलंका के खिलाफ करेगा।