सिंगापुर : राष्ट्रीय शिविर के पहले भाग में कई खिलाड़ियों की अनुपस्थित से तैयारी में आई बाधा के बीच भारतीय पुरुष फुटबॉल टीम गुरुवार को यहां एएफसी एशियाई कप क्वालीफाइंग के तीसरे दौर के महत्वपूर्ण मैच में सिंगापुर से भिड़ेगी। अगस्त-सितंबर में सीएएफए नेशंस कप के लिए आराम दिए जाने के बाद करिश्माई खिलाड़ी सुनील छेत्री की टीम में वापसी हुई है लेकिन खालिद जमील की पूरी टीम ने इतने महत्वपूर्ण मैच के लिए मुश्किल से एक हफ्ते ही एक साथ ट्रेनिंग की है। भारत चार टीम के ग्रुप सी में सबसे निचले पायदान पर है। टीम के शुरुआती दो मैच में सिर्फ एक अंक है। भारतीय टीम ने बांग्लादेश के खिलाफ गोल रहित ड्रॉ खेला जबकि हांगकांग के खिलाफ उसे 0-1 से हार का सामना करना पड़ा। सिंगापुर अभी दो मैच में चार अंक के साथ ग्रुप में शीर्ष पर है।
गुरुवार को कोई भी चूक भारत की 2027 में मुख्य टूर्नामेंट में जगह बनाने की संभावनाओं को खतरे में डाल सकती है। सिर्फ ग्रुप विजेता को ही मुख्य टूर्नामेंट में जगह मिलेगी। जमील ने 20 सितंबर से बेंगलुरु में शुरू हुए राष्ट्रीय शिविर के लिए 30 खिलाड़ियों के नाम की घोषणा की थी लेकिन उनमें से छेत्री सहित 14 खिलाड़ियों को क्लबों ने शिविर के लिए नहीं छोड़ा। बाद में अधिकतर खिलाड़ी सितंबर के अंत में शिविर में शामिल हुए, यानी सोमवार को रवाना होने से पहले वे मुश्किल से एक हफ्ते ही टीम के साथ रहे। पहले हाफ में सिर्फ दो डिफेंडर शिविर में शामिल थे और जमील ने अखिल भारतीय फुटबॉल महासंघ (एआईएफएफ) और क्लबों से इस पुराने गतिरोध का हल निकालने का आग्रह किया था।
पिछले महीने सीएएफए नेशंस कप के दौरान गाल की हड्डी में फ्रैक्चर के कारण हुई सर्जरी से उबरने के बाद अनुभवी डिफेंडर संदेश झिंगन का 23 खिलाड़ियों की अंतिम टीम में जगह बनाना भारत के लिए अच्छी खबर थी। सिंगापुर की 158वीं रैंकिंग के मुकाबले भारत 134वीं रैंकिंग पर है। दोनों टीम के बीच अब तक हुए मुकाबलों में अधिक अंतर नहीं है। भारत ने 12 मैच जीते हैं जबकि सिंगापुर ने 11 मैच में जीत दर्ज की है। इस दौरान चार मैच ड्रॉ रहे। दोनों टीम के बीच 2022 में खेला गया पिछला मुकाबला 1-1 से ड्रॉ रहा था जिसमें आशिक कुरुनियन ने भारत को बराबरी दिलाई थी। सिंगापुर के लिए इखसान फंडी ने गोल किया था। हालांकि घरेलू मैदान पर सिंगापुर का पलड़ा भारी है जहां उसने भारत के छह के मुकाबले आठ जीत हासिल की हैं और एक मैच ड्रॉ रहा है।
पिछली बार जब दोनों टीम सिंगापुर में भिड़ी थीं तो मेजबान ने 2012 में एक अंतरराष्ट्रीय मैत्री मैच में 2-0 से जीत हासिल की थी। दोनों मुख्य कोच अपने-अपने पदों पर अपेक्षाकृत नए हैं। सिंगापुर के कोच गेविन ली को जून में अंतरिम कोच के रूप में नियुक्त किया गया था और टीमने अब तक उनके मार्गदर्शन में कोई मैच नहीं जीता है। पिछले महीने उन्होंने म्यांमार के खिलाफ 1-1 से ड्रॉ खेला था और मलेशिया से 1-2 से हार गए थे। हालांकि सिंगापुर को कप्तान और डिफेंडर हारिस हारुन की वापसी से मजबूती मिलेगी जो चोटिल होने के कारण सितंबर में मलेशिया और म्यांमार के खिलाफ मैत्री मैच नहीं खेल पाए थे। सिंगापुर के कुछ खिलाड़ी ऐसे भी हैं जो विदेशी लीग में खेल रहे हैं। इनमें सबसे उल्लेखनीय फारवर्ड इखसान फंडी हैं जिनके नाम 41 मैच में 21 अंतरराष्ट्रीय गोल हैं।
यह 26 वर्षीय खिलाड़ी थाई लीग एक में रचबुरी एफसी के लिए खेलता है। उन्नीस वर्षीय जोनान टैन पुर्तगाल की अंडर-23 राष्ट्रीय लीग में विजेला एफसी के लिए खेलते हैं। उन्हें राष्ट्रीय टीम में पहली बार शामिल किया गया है। दूसरी ओर जमील ने अगस्त में अपनी नियुक्ति के बाद अपने कार्यकाल की सकारात्मक शुरुआत की थी। उन्होंने ताजिकिस्तान में हुए सीएएफए नेशंस कप में छेत्री की गैरमौजूदगी में टीम को तीसरा स्थान दिलाया। भारत ने ग्रुप चरण में ताजिकिस्तान को हराया, ईरान से हार गया और अफगानिस्तान से ड्रॉ खेला। टीम ने इसके बाद तीसरे स्थान के प्ले-ऑफ में ओमान को पेनल्टी शूटआउट में हराया। भारत के मुख्य कोच जमील ने सीएएफए नेशंस कप टीम में 10 बदलाव किए हैं जिसमें छेत्री के अलावा ब्रैंडन फर्नांडिस, सहल अब्दुल समद, फारुख चौधरी और लिस्टन कोलासो जैसे खिलाड़ियों को मौका दिया गया है।