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खेल

टाइम क्लॉक प्रणाली का परीक्षण करेगा बीडब्ल्यूएफ

इस प्रणाली का पहला परीक्षण 18 से 23 नवंबर 2025 के बीच होने वाली प्रतियोगिताओं में किया जाएगा

नयी दिल्ली : विश्व बैडमिंटन महासंघ (बीडब्ल्यूएफ) ने बैडमिंटन मैचों में अधिक तेजी लाने के लिए 2026 से शुरू होने वाले चुनिंदा विश्व टूर टूर्नामेंटों में टाइम क्लॉक प्रणाली के परीक्षण को मंजूरी दे दी है, जिसके तहत खिलाड़ियों को एक रैली पूरी होने के बाद 25 सेकेंड के अंदर अगली रैली के लिए तैयार होना होगा। बीडब्ल्यूएफ ने 29 अगस्त को अपनी बैठक में टाइम क्लॉक प्रणाली को मंजूरी दी।

इस प्रणाली का पहला परीक्षण 18 से 23 नवंबर 2025 के बीच होने वाली प्रतियोगिताओं में किया जाएगा। इसके बाद अगले साल से इसका व्यापक रूप से परीक्षण किया जाएगा। बीडब्ल्यूएफ ने एक विज्ञप्ति में कहा, ‘इन नए नियमों से बीडब्ल्यूएफ को टाइम क्लॉक का परीक्षण करने की अनुमति मिलेगी। इन नियमों में वह प्रयोग भी शामिल है जिसके तहत खिलाड़ियों को 25 सेकेंड के भीतर अगली रैली खेलने के लिए तैयार रहना होगा।’

नए नियमों के अनुसार खिलाड़ियों को दो रैलियों के बीच 25 सेकेंड का समय दिया जाएगा तथा अंपायर द्वारा स्कोर अपडेट करने के बाद घड़ी शुरू हो जाएगी। बीडब्ल्यूएफ ने कहा, ‘खिलाड़ियों को रैलियों के बीच सामान्य गतिविधियां करने की स्वतंत्रता मिलेगी जिसमें तौलिया से पोंछना और कोई पेय लेना शामिल है जिसके लिए अभी अंपायर की अनुमति लेनी पड़ती है। लेकिन खिलाड़ियों को 25 सेकंड के अंदर अगली रैली के लिए तैयार होना होगा।’ बीडब्ल्यूएफ ने विभिन्न प्रतियोगिताओं के सैकड़ों मैचों के आंकड़ों का विश्लेषण करने के बाद 25 सेकंड के नियम पर अपना निर्णय दिया।

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