नयी दिल्ली : भारत की लंबी दूरी की धाविका अर्चना जाधव पर जनवरी में डोप परीक्षण में विफल रहने के कारण मंगलवार को 4 साल का प्रतिबंध लगा दिया गया। अर्चना ने बार-बार याद दिलाने पर भी डोप परीक्षण में असफल रहने के खिलाफ अपील नहीं की जिससे विश्व एथलेटिक्स ने यह मान लिया कि वह अपना अपराध स्वीकार करती है और इसलिए उस पर प्रतिबंध लगा दिया। विश्व एथलेटिक्स की एथलीट इंटीग्रिटी यूनिट (एआईयू) के अनुसार, जाधव का जो नमूना पिछले साल दिसंबर में पुणे हाफ-मैराथन के दौरान लिया गया था, उसमें प्रतिबंधित पदार्थ ऑक्सेंड्रोलोन था। यह सिंथेटिक एनाबॉलिक स्टेरॉयड शरीर में प्रोटीन उत्पादन और मांसपेशियों के निर्माण में मदद करता है।
आखिरी बार 2024 दिल्ली हाफ मैराथन में भाग लिया था
उन्होंने आखिरी बार अक्टूबर 2024 में दिल्ली हाफ मैराथन में भाग लिया था, जिसमें भारतीय महिला खिलाड़ियों में लिली दास, कविता यादव और प्रीति लांबा के पीछे चौथे स्थान पर रहीं थी। जाधव का 10,000 मीटर में व्यक्तिगत सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन 35:44.26 और हाफ मैराथन में 1:20:21 है। 3,000 मीटर में उनका व्यक्तिगत सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन 10:28.82 है।
जमा करने होंगे सभी पुरस्कार : प्रतिबंध 7 जनवरी से लागू हुआ। जाधव इस अवधि के लिए अस्थायी तौर पर निलंबित थी। 15 दिसंबर 2024 से उनके सभी परिणाम अयोग्य माने जाएंगे और उन्हें इस अवधि के लिए सभी पुरस्कार, पदक, अंक, पुरस्कार और उपस्थिति राशि जमा करने होंगे।