नयी दिल्ली : एशियाई खेलों के स्वर्ण पदक विजेता 3000 मीटर स्टीपलचेज (बाधा दौड़) धावक अविनाश साबले की एसीएल (एंटीरियर क्रूसिएट लिगामेंट) सर्जरी हुई है। उन्हें यह चोट इस महीने की शुरुआत में मोनाको डायमंड लीग के दौरान लगी थी। यह भारतीय खिलाड़ी अब सितंबर में होने वाली विश्व एथलेटिक्स चैंपियनशिप से बाहर हो गया है। मौजूदा एशियाई चैंपियन और 2023 के हांगझोऊ एशियाई खेलों के स्वर्ण पदक विजेता 30 वर्षीय साबले का मुंबई के एक अस्पताल में ऑपरेशन हुआ। यह ऑपरेशन जाने-माने सर्जन डॉ. दिनशॉ पारदीवाला की देखरेख में किया गया। एसीएल सर्जरी को ठीक होने में आमतौर पर कम से कम छह महीने लगते हैं। इसका मतलब है कि साबले तोक्यो विश्व चैंपियनशिप (13-21 सितंबर) से बाहर हो जाएंगे और अगले साल ही मैदान पर वापसी कर पाएंगे।साबले ने भी मंगलवार को एक सोशल मीडिया पोस्ट में इसकी जानकारी साझा की।
मोनाको डायमंड के दौरान लगी थी चोट : राष्ट्रीय रिकॉर्ड धारक साबले को 11 जुलाई को मोनाको डायमंड के दौरान गिरने के कारण चोट लगी थी। उनसे आगे दौर रहे एक एथलीट ने पानी में कूदते समय संतुलन खो दिया और गिर गए। इससे साबले भी लड़खड़ा गए। वह इसके बाद लंगड़ाते हुए देखे गये थे। साबले 2023 में हांगझोऊ एशियाई खेलों के बाद से पिंडली की चोट से जूझ रहे हैं। इस चोट से उबरने के बाद उन्हें विश्व चैंपियनशिप में बेहतर प्रदर्शन की उम्मीद थी। उन्होंने पेरिस ओलंपिक के दौरान आठ मिनट 15 सेकंड के सीधे प्रवेश मानक से कम समय के साथ क्वालीफाई किया था।
8 मिनट 09.91 सेकंड का है साबले का राष्ट्रीय रिकॉर्ड : साबले का राष्ट्रीय रिकॉर्ड 8 मिनट 09.91 सेकंड का है। वह इस साल 16 अप्रैल को जियामेन डायमंड लीग में 13वें स्थान पर रहे थे और मोनाको में डीएनएफ (रेस पूरी नहीं की) से पहले चीन के ही केकियाओ में आठवें स्थान पर रहे थे। खेल मंत्रालय ने विश्व चैंपियनशिप की तैयारी के लिए साबले के अमेरिका में प्रशिक्षण को मंजूरी दे दी थी, लेकिन सर्जरी के कारण वह तोक्यो में होने वाली इस प्रतियोगिता में भाग नहीं ले पाएंगे। एशियाई चैंपियन और राष्ट्रीय रिकॉर्ड धारक 100 मीटर बाधा धाविका ज्योति याराजी को भी इस महीने की शुरुआत में एक प्रशिक्षण सत्र के दौरान चोट लगने के बाद एसीएल की सर्जरी करानी पड़ी थी।