नयी दिल्ली : खेल मंत्री मनसुख मांडविया ने सोमवार को स्वीकार किया कि भारतीय खेल प्राधिकरण (SAI) में वर्तमान में 1,000 से अधिक पद रिक्त पड़े हैं। खेल मंत्री ने लोकसभा में केरल के अट्टिंगल के कांग्रेस सांसद अदूर प्रकाश के सवाल का जवाब देते हुए यह खुलासा किया। संसद की स्थायी समिति की हाल की रिपोर्ट में इस पर चिंता व्यक्त की गई थी। इस रिपोर्ट में SAI को ‘गंभीर रूप से’ कम वित्तपोषित और कम कर्मचारियों वाला बताया गया था। यह पूछे जाने पर कि क्या सरकार ने SAI में धन और कर्मचारियों की भारी कमी पर संसद की स्थायी समिति की चिंताओं पर ध्यान दिया है, मांडविया ने कहा, ‘सरकार ने टिप्पणियों पर ध्यान दिया है। साइ में कुल 1,191 पद रिक्त हैं। कुछ पदों के लिए भर्ती प्रक्रिया शुरू कर दी गई है।’
समिति ने जताई थी गंभीर चिंता
कांग्रेस के राज्यसभा सांसद दिग्विजय सिंह की अध्यक्षता वाली खेल संबंधी संसदीय स्थायी समिति ने अगस्त में अपनी रिपोर्ट में बताया था कि SAI में स्वीकृत पदों में से लगभग 45 प्रतिशत पद वर्तमान में रिक्त हैं। रिपोर्ट में कहा गया है, ‘यह तथ्य कि कर्मचारियों की इस कमी को संविदा नियुक्ति से पूरा किया जा रहा है, अधिक से अधिक केवल एक तदर्थ व्यवस्था हो सकती है।’
इस समिति में पूर्व क्रिकेटर और आप के राज्यसभा सांसद हरभजन सिंह, भाजपा सांसद संबित पात्रा और बांसुरी स्वराज भी शामिल हैं। समिति ने SAI में स्टाफ की कमी और कम फंडिंग पर ‘गंभीर’ चिंता व्यक्त की थी। समिति ने इस वर्ष 6 जून को बैठक में खेल सचिव और SAI के प्रतिनिधियों के विचार सुने थे। समिति ने इन रिक्तियों को भरने के लिए भर्ती शुरू करने की सराहना की, लेकिन साथ ही खेल मंत्रालय से अगले 6 महीनों में प्रक्रिया पूरी करने और ‘कार्रवाई रिपोर्ट (एटीआर) पेश करने’ को कहा।
SAI का बजट मात्र 830 करोड़
सरकार ने इस साल अपने वार्षिक बजट में युवा मामले और खेल मंत्रालय के लिए 3,794 करोड़ रुपये आवंटित किए। इसमें से 830 करोड़ रुपये SAI के लिए निर्धारित किए गए। मंत्री ने लोकसभा में कहा, ‘SAI को बजट आवंटन संबंधित वित्तीय वर्ष के लिए उनके द्वारा प्रस्तुत प्रस्तावों पर आधारित होता है। वर्ष के दौरान किसी भी तरह की अतिरिक्त आवश्यकता की जांच संशोधित अनुमान चरण में की जाती है और जहां उपयुक्त हो पूरक अनुदान पर विचार किया जाता है।’
खेल मंत्री से जब एक अन्य सवाल में पूछा गया कि क्या सरकार के पास खिलाड़ियों द्वारा दर्ज यौन उत्पीड़न की शिकायतों का समेकित रिकॉर्ड है, उन्होंने कहा कि ऐसा कोई समर्पित रिकॉर्ड मौजूद नहीं है। मांडविया ने हालांकि ‘सुरक्षित और सकारात्मक वातावरण सुनिश्चित करने’ के लिए किए गए उपायों के बारे में जानकारी दी। उन्होंने कहा, ‘खेलों में सुरक्षित माहौल उपलब्ध कराने के लिए साइ खिलाड़ियों के लिए हेल्पलाइन भी संचालित करता है।’
इसके अलावा राष्ट्रीय खेल महासंघों को निर्देश दिया गया है कि वे शिविरों और प्रतियोगिताओं के दौरान महिला खिलाड़ियों के दल में अनिवार्य रूप से महिला प्रशिक्षकों को शामिल करें। उन्हें शिविरों में महिला प्रशिक्षकों और सहायक कर्मचारियों की संख्या बढ़ाने के लिए भी कहा गया है।
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