दिन के समय सुनसान नशेड़ियों का अड्डा  
सिलीगुड़ी

शहर में चहुं ओर 'पाकिस्तान मोड़' का आतंक

सिलीगुड़ी: सिलीगुड़ी में अब नशे की चपेट में आकर खुद को बर्बाद करने वाले युवाओं की तादाद लगातार बढ़ रही है इसका अनुमान इससे ही लगाया जा सकता है कि पहले जहां शहर में गिने चुने की नशा मुक्ति केंद्र हुआ करते थे लेकिन अब सैकड़ों की संख्या में ये खुल गए है | ठीक उसी तरह शहर में सिर्फ एक जगह नहीं ऐसे कई जगह है जहां पर ड्रग्स की तस्करी हो रही है | सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार माटीगाड़ा विश्वास कॉलोनी वहां से पूरे शहर में ड्रग्स की तस्करी की जाती है | वहीं जानकारी यह भी मिली है कि,आधिकारिक रूप से अघोषित पाकिस्तान मोड़ में ऐसे सैकड़ो घर है जहां ड्रग्स का कारोबार चल रहा है और यहां ड्रग्स बड़े पैमाने में बाहरी क्षेत्र जैसे मालदह,कलियागंज और भी कई स्थानों से लाया जाता है | कई स्थानियों ने भी नाम न बताने की शर्त में बताया कि, सिटी सेंटर के बाहरी क्षेत्र माटीगाड़ा , दार्जिलिंग मोड़,झंकार मोड़, फाफरी के ग्रामीण इलाकों में ड्रग्स तस्करी संक्रिया हो रहे हैं | शातिर तस्कर कानून पर भी भारी पड़ रहे हैं और तस्करी के नए-नए तरीके अपना रहे हैं | पहले जहां तस्कर गुपचुप तरीके से अपने व्यापार को अंजाम देते थे तो अब वहीं वे भीड़भाड़ वाले जगह को चुन रहे हैं | सिलीगुड़ी पूर्वोत्तर भारत का प्रवेश द्वार भी माना जाता है लेकिन अब इसी शहर के विभिन्न इलाकों में ड्रग्स की तस्करी शहर को बदनाम कर रही है | इस कड़ी में जब माटीगाड़ा के बाद दार्जिलिंग मोड़ इलाके में सन्मार्ग संवाददाता ने लोगों से संपर्क किया तो उन्होंने भय को दर्शाते हुए कई प्रकार की जानकारियां दी | उनका मानना है कि कोरोना के बाद से इस क्षेत्र में नशेड़ियों का बोलबाला ज्यादा होने लगा है | अब पहाड़ी क्षेत्र और प्रतिष्ठित परिवार के युवा नशे की चपेट में आ रहे हैं और इस दौड़ में युवतियां, वृद्ध , किशोर सभी उम्र के लोग शामिल है जो बुरी तरह इस लत में फंस चुके है | लोगों का यह भी कहना है दार्जिलिंग मोड़ में ड्रग्स के संपर्क का जरिया ही माटीगाड़ा इलाका है | जैसे-जैसे शाम होती है सन्नाटा पसरने लगता है और शाम से ही नशेड़ी दार्जिलिंग मोड़ के अलग अलग जगहों पर इकट्ठा हो कर नशे का सेवन करने लगते है और इस प्रकरण में आपराधिक घटनाएं भी घटित होती है | क्योंकि इनका नशे की लत को पूरा करना ही एकमात्र मकसद रहता है इसके लिए वह कुछ भी कर गुजरते हैं | लोगों ने पुलिस की भूमिका पर भी सवाल खड़े किए उनका कहना है कि यदि पुलिस ही ऐसे मामलों में लचीलापन अपनाएंगी तो साधारण लोगों का क्या होगा ?

इलाके के लोगों का कहना है कि यहां लाइट और सीसीटीवी कैमरे की कमी है यह एक काफी संवेदनशील स्थान है यहां पुलिस की निगरानी बढ़ा देनी चाहिए |

पुलिस को सीसीटीवी कैमरे के माध्यम से यहां होने वाली हर गतिविधियों पर नजर रखनी चाहिए | खुलेआम नशा करने वाले और नशेड़ियों के अड्डे के खिलाफ सख्त कदम उठाने की जरुरत है |

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