सन्मार्ग संवाददाता, सिलीगुड़ी ः राजधानी कोलकाता के मौला अली क्षेत्र में बीते सोमवार को युद्ध विरोधी नागरिक समाज की रैली पर भाजपा व आरएसएस समर्थकों के हमले के विरुद्ध मंगलवार शाम सिलीगुड़ी शहर में नागरिक समाज की ओर से प्रतिवाद रैली निकाली गई। यह रैली कंचनजंघा स्टेडियम परिसर स्थित विकास घोष मेमोरियल स्वीमिंग पुल के सामने से जैसे ही शुरू होने को थी कि वहां बंगीय हिंदू महामंच के सदस्य आ धमके। उन लोगों ने हाथों में तिरंगा लेकर भारत माता की जय आदि नारेबाजी शुरू कर दी। वहीं, नागरिक समाज के लोगों को आगे नहीं बढ़ने की चेतावनी दी। इसे लेकर माहौल तनावपूर्ण हो गया। वहीं संग-संग काफी संख्या में पुलिस भी आ गई।
मौके पर पहुंच कर पुलिस ने नागरिक समाज के लोगों को रैली आगे न ले जाने को कहा। इसे लेकर नागरिक समाज की ओर से अभिरंजन भादुड़ी ने पुलिस से कहा कि हमें पूर्व निर्धारित मार्ग के तहत अस्पताल मोड़ व हाशमी चौक नहीं जाने देना चाहते हैं तो न जाने दें। उसके बदले अन्य मार्ग में रैली निकालने दें। पर, पुलिस ने विधि-व्यवस्था बिगड़ने का हवाला देते हुए किसी भी मार्ग में रैली निकालने की अनुमति नहीं दी। अंततः नागरिक समाज के लोगों ने अपनी रैली स्थगित कर दी।
इस अवसर पर नागरिक समाज की ओर से बासुदेब बसु ने कहा कि कोलकाता के मौला अली क्षेत्र से धर्मतला के लिए बीते सोमवार को जब युद्ध विरोधी नागरिक समाज ने रैली निकाली तो वहां 50 नंबर वार्ड के भाजपा पार्षद सजल घोष के नेतृत्व में भाजपा व आरएसएस के गुंडों ने नागरिक समाज पर हमला किया। उन लोगों पर मोबिल, तेल व केरोसिन आदि छिड़के। अल्पसंख्यक बहुल मौला अली क्षेत्र में गंदी-गंदी गाली-गलौज की। मगर, उन लोगों के विरुद्ध कोई कार्रवाई नहीं हुई। उलटे पुलिस ने नागरिक समाज के 62 लोगों को गिरफ्तार कर लिया। जिन लोगों ने नागरिक समाज के लोगों पर तेल छिड़का था उन लोगों के विरुद्ध प्राथमिकी भी दर्ज कराई गई लेकिन पुलिस ने उन लोगों को गिरफ्तार नहीं किया। नागरिक समाज क्या यह कोई पाप कर रहा है कि वह युद्ध नहीं शांति चाहता है?
वहीं, बंगीय हिंदू महामंच की उत्तर बंगाल इकाई के अध्यक्ष विक्रमादित्य मंडल ने कहा कि पाकिस्तान की हमदर्दी यहां हिंदुस्तान में नहीं चलेगी। जिन्हें पाकिस्तान की हमदर्दी करनी है वे पाकिस्तान जाएं। यहां रैली एक इंच भी आगे बढ़ी तो हमारे और लोग भी आ रहे हैं। आज मंगलवार है। हम लोग हनुमान जी की पूजा करके आए हैं। वे ज्यादा करेंगे तो हम उन्हें प्रसाद दे देंगे। गुड़, बताशा जो भी चाहिए सब हमारे पास है। इस विकट परिस्थिति को संभालने में पुलिस के पसीने छूट गए। अंततः जब नागरिक समाज ने रैली नहीं निकाली और वापस चले गए तब सभी लोग अपनी-अपनी राह हो लिए।