सिलीगुड़ी

कोलकाता की तरह सिलीगुड़ी में भी होगा थर्मोकोल कचरों का प्रबंधन

पहले चरण में रेगुलेटेड मार्केट में कायम किया जाएगा थर्मोकोल ट्रीटमेंट प्लांट, 15 वें वित्त आयोग के सहयोग से 60-70 लाख रुपये की लागत से दैनिक 500 किलोग्राम क्षमता की थर्मोकोल कचरों के प्रसंस्करण की परियोजना का होगा काम

सिलीगुड़ी ः कोलकाता की तरह अब सिलीगुड़ी में भी थर्मोकोल कचरों का उत्तम प्रबंधनयुक्त निस्तारण किया जाएगा। इसके लिए थर्मोकोल कचरा प्रबंधन परियोजना तैयार की गई है। 15वें वित्त आयोग के आर्थिक सहयोग से इसका कार्यान्वयन होगा। पहले चरण में मल्लागुड़ी स्थित सिलीगुड़ी रेगुलेटेड मार्केट में थर्मोकोल वेस्ट ट्रीटमेंट प्लांट कायम किया जाएगा। 60-70 लाख रुपये लागत की इस परियोजना के तहत दैनिक 500 किलोग्राम थर्मोकोल कचरों का प्रसंस्करणयुक्त निस्तारण किया जा सकेगा। सिलीगुड़ी नगर निगम के सफाई विभाग के अधिकारियों की टीम कोलकाता व हावड़ा से इस तरह की परियोजना देख कर आई है और वैसी ही परियोजना अब यहां कार्यान्वित होने जा रही है।

मेयर गौतम देव ने यह बातें कही हैं। वह सोमवार को सिलीगुड़ी नगर निगम सभागार में नगर निगम, रेगुलेटेड मार्केट कमेटी, रेगुलेटेड मार्केट की विभिन्न थोक मंडियों सब्जी, मछली, फल, आदि की समितियों के अधिकारियों व प्रतिनिधियों के साथ उपरोक्त विषय को ले विशेष बैठक करने के बाद संवाददाताओं को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि वर्तमान में देश में मात्र कोलकाता में ही थर्मोकोल कचरों के ट्रीटमेंट प्लांट की व्यवस्था है। वहां से सीख कर अब सिलीगुड़ी देश का दूसरा ऐसा शहर बनेगा जहां ऐसी व्यवस्था होगी। उन्होंने यह भी कहा कि राज्य के कृषि विपणन मंत्री बेचाराम मन्ना से बातचीत हुई है। सिलीगुड़ी के मल्लागुड़ी स्थित कच्ची सब्जियों, फल, मछली व अन्य कच्चे माल के उत्तर बंगाल के सबसे बड़े थोक मार्केट सिलीगुड़ी रेगुलेटेड मार्केट का कायाकल्प किया जाएगा। इसका आधुनिकीकरण होगा। इसकी जलनिकासी व्यवस्था को बेहतर किया जाएगा। सड़कों को दुरुस्त किया जाएगा एवं विद्युतीकरण को नया रूप दिया जाएगा। सीसीटीवी कैमरे लगाए जाएंगे। सौंदर्यीकरण से इसकी तस्वीर बेहतर से बेहतर की जाएगी।

इस अवसर पर सिलीगुड़ी नगर निगम के सफाई विभाग के मेयर परिषद सदस्य मानिक दे ने कहा कि पर्यावरण संरक्षण के मद्देनजर ही शहर में थर्मोकोल कचरों काे नियंत्रित करने हेतु यह थर्मोकोल प्रबंधन परियोजना तैयार की गई है। चूंकि, शहर में सबसे ज्यादा, दैनिक लगभग 200 किलोग्राम थर्मोकोल कचरे रेगुलेटेड मार्केट से ही संग्रहित होते हैं इसीलिए पहले चरण में वहीं इसके ट्रीटमेंट प्लांट की स्थापना का निर्णय लिया गया है। अन्य जगह पर यदि प्लांट स्थापित किया जाए तो रेगुलेटेड मार्केट से वहां थर्मोकोल कचरों को ले जाने की परिवहन लागत काफी बढ़ जाएगी। दैनिक 500 किलोग्राम थर्मोकोन कचरों के प्रसंस्करणयुक्त निस्तारण क्षमता के प्लांट के लिए रेगुलेटेड मार्केट में 2000-2500 वर्ग फीट जगह की दरकार होगी। उसके लिए नगर निगम की टीम, प्रदुषण नियंत्रण बोर्ड एवं सिलीगुड़ी रेगुलेटेड मार्केट कमेटी संग जल्द ही संयुक्त सर्वेक्षण करगी। 15वें वित्त आयोग से आर्थिक सहयोग प्राप्त होते ही इसका काम शुरू कर दिया जाएगा।

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