सन्मार्ग संवाददाता
सिलीगुड़ी : बुद्ध पूर्णिमा के अवसर पर जातीय शक्ति संघ व पाठागार ने खूंटी पूजन के साथ सिलीगुड़ी में दुर्गा पूजा महोत्सव का शुभारंभ किया। क्लब की पूजा 43वें वर्ष में प्रवेश कर चुकी है। हमेशा की तरह इस बार भी उनकी थीम में विशेष आकर्षण होगा। क्लब के अधिकारियों ने वृंदावन के चंद्रदया मंदिर की तर्ज पर पूजा पंडाल बनाने की योजना बनाई है। हर साल की तरह इस बार भी पूजा एक रचनात्मक थीम और भारी बजट के साथ आयोजित की जा रही है। पूजा पंडाल के निर्माण के लिए लंबे समय की जरूरत है, इसलिए जातीय शक्ति संघ और पाठागार ने सिलीगुड़ी में सबसे पहले खूंटी पूजा का आयोजन किया।
खूंटी पूजा के दिन पूजा समिति के अध्यक्ष अभिजीत कुमार रॉय, सचिव सुशांत सरकार, क्लब सचिव अभिजीत कर्मकार, स्थानीय वार्ड पार्षद दिलीप बर्मन समेत कई लोग उपस्थित थे। क्लब ने घोषणा की कि उनके पूजा मंडप का उद्घाटन दुर्गा पूजा के तीसरे दिन किया जाएगा। क्लब दक्षिण बंगाल,विशेषकर कोलकाता की शैली में भव्य उद्घाटन की योजना बना रहा है। इस उद्देश्य से उन्होंने पूजा की तैयारी जल्दी शुरू कर दी।
जातीय शक्ति संघ व पाठागार ने इस वर्ष अपनी दुर्गा पूजा को उत्तर बंगाल की सबसे बड़ी पूजा बनाने का संकल्प लिया है। पूजा प्रेमियों के लिए विभिन्न आकर्षक थीम और प्रकाश सजावट विशेष आकर्षण का केंद्र होगी।
--- फोटो --- खूंटी पूजन करते जातीय शक्ति संघ व पाठागार के सदस्य ------