सिलीगुड़ी : गुरुवार रात हाकिमपाड़ा स्थित एक नर्सिंग होम में अचानक आग लगने से अफरा-तफरी मच गई। आग की चपेट में आईसीयू में भर्ती 70 वर्षीय मरीज कांती बासफोर की मौत हो गई। मृतक सिलीगुड़ी के आश्रमपाड़ा क्षेत्र के निवासी थे।
मिली जानकारी के अनुसार, आग नर्सिंग होम के डायलिसिस यूनिट के एक कमरे से शुरू हुई। उस कमरे में कई केमिकल से भरे जार रखे थे, जो आग फैलने का मुख्य कारण बने। घटना के दौरान पूरे नर्सिंग होम में भारी धुआं फैल गया, जिससे वहां भर्ती मरीजों में भारी डर और अफरा-तफरी मच गई।
दमकल और बचाव कार्य
मौके पर दो दमकल की गाड़ियां पहुंचीं और कड़ी मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया गया। प्रशासन ने मरीजों को तुरंत ऊपरी मंज़िलों से नीचे उतारा और कुछ मरीजों को सुरक्षित स्थान पर अन्य नर्सिंग होम में शिफ्ट किया।
परिजनों का गुस्सा और आरोप
घटना के बाद मरीजों और उनके परिजनों में भारी तनाव देखा गया। मृतक के परिजनों का कहना है कि आग और अफरातफरी में ही उनकी मौत हुई। वहीं, एक अन्य मरीज के परिजनों ने आरोप लगाया कि आग लगने के दौरान नर्सें भाग गईं और नर्सिंग होम प्रशासन ने फायर एक्सटिंग्विशर का इस्तेमाल तक नहीं किया।
प्रशासन का पक्ष
नर्सिंग होम प्रशासन ने सभी आरोपों को खारिज किया है। फिलहाल, नर्सिंग होम में अस्थायी रूप से इलाज की सभी सेवाएं बंद कर दी गई हैं। दमकल और पुलिस विभाग ने पूरे मामले की जांच शुरू कर दी है।
स्थानीय जनता में भय का माहौल
इस घटना ने सिलीगुड़ी में स्वास्थ्य संस्थाओं के प्रति लोगों के विश्वास पर सवाल खड़े कर दिए हैं। स्थानीय लोग पूछ रहे हैं कि क्या अस्पतालों में सुरक्षा मानक पर्याप्त हैं और मरीजों की सुरक्षा सुनिश्चित की जा रही है?