सिलीगुड़ी

सिलीगुड़ी शहर में चहुंओर काली पूजा की धूम

सिलीगुड़ी ः शहर सिलीगुड़ी में चहुंओर दीपावली के बाद अब काली पूजा की धूम मची है। इसे लेकर जबरदस्त उत्साह का माहौल है। यहां काली पूजा पंडालों का उद्घाटन बीते रविवार व सोमवार को हुआ लेकिन पंडालों में लोगों की भीड़ सबसे ज्यादा मंगलवार को उमड़ी। शहर के सर्वप्रमुख हिलकार्ट रोड, बिधान रोड, सेवक रोड, एसएफ रोड, एनजेपी स्टेशन रोड व अन्य इलाकों में देर रात तक पूजा पंडालाें का परिभ्रमण करने वालों का तांता लगा रहा।

इस वर्ष विभिन्न पूजा समितियों और क्लबों ने विभिन्न आकर्षक थीमों पर आधारित पंडाल तैयार किए हैं। कहीं पर्यावरण संरक्षण को दर्शाया गया है, तो कहीं भारतीय परंपरा और लोक कला की झलक देखने को मिल रही है। हर पंडाल में भव्य सजावट, चमचमाती लाइटिंग और आकर्षक प्रतिमाएं लोगों को आकर्षित कर रही हैं। मेयर गौतम देव ने बीते सोमवार को जिन प्रमुख पूजा पंडालों का उद्घाटन किया, उनमें नेताजी सुभाष स्पोर्टिंग क्लब, प्रधान नगर थाना परिसर में काली पूजा, पार्वतीघाट काली पूजा समिति, कंचनजंघा एथलेटिक क्लब, शांतिनगर वेलफेयर सोसाइटी, भेवश मोड़ बृहन्नला बाड़ी की पूजा, यूथ क्लब काली पूजा, सिलीगुड़ी बाबूपाड़ा बॉयज़ क्लब, नव तरुण संघ, एक्यतान क्लब, फोर एच क्लब, दक्षिण भारत नगर स्पोर्टिंग क्लब, न्यू बॉयज क्लब, तरूण एथलेटिक क्लब, महामाया स्पोर्टिंग क्लब , स्वामीजी क्लब, तरूण संघ, विवेकानंद क्लब, ग्लोब ट्रॉटर्स स्पोर्टिंग क्लब, विधान स्पोर्टिंग क्लब, पानीटंकी मोड़ युवक वृंद क्लब सहित अन्य क्लब शामिल रहे।

हर पंडाल अपनी थीम, रचनात्मकता और सामाजिक संदेश के कारण खास बना हुआ है। कलाकारों ने प्रतिमाओं को अत्यंत सुंदर और जीवंत रूप दिया है, जो दर्शकों का मन मोह रहे हैं। मेयर ने आयोजन समितियों की मेहनत की सराहना करते हुए कहा कि ऐसे आयोजन न केवल धार्मिक भावनाओं को बल देते हैं, बल्कि समाज को जोड़ने का कार्य भी करते हैं। उन्होंने नागरिकों से सुरक्षा और अनुशासन बनाए रखने की अपील की। पूरे शहर में काली पूजा के रंग बिखर चुके हैं और लोग परिवारों के साथ इन पंडालों को देखने उमड़ रहे हैं।

इस दौरान किसी भी आपात स्थिति से निपटने को अग्निशमन विभाग और मेडिकल इमरजेंसी टीम की भी मुस्तैदी है। वहीं, सुरक्षा व्यवस्था को लेकर जगह-जगह पुलिस की चौकसी है। सीसीटीवी कैमरों से निगरानी, पुलिस बल की तैनाती, आम पोशाक में पुलिस की निगरानी के साथ ही साथ जगह-जगह पुलिस की गश्त की भी व्यवस्था की गई है। काली पूजा आयोजन वाले मार्गों में यातायात व्यवस्था में डायवर्जन वाला परिवर्तन रहा।

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