सिलीगुड़ी

लोको पायलटों की कार्यकुशलता व बेहतरी पर जोर

सिलीगुड़ी ः पूर्वोत्तर सीमांत रेलवे (एनएफ रेलवे) लोको पायलट संरक्षा, समय की पाबंदी और ट्रेन सेवाओं के सुचारू परिचालन को सुनिश्चित करने पर काफी जोर दे रहा है। रेल संरक्षा और प्रदर्शन में लोको पायलटों के योगदान को स्वीकार करते हुए, एनएफ रेलवे ने अपने रनिंग स्टाफ, विशेष रूप से लोको पायलटों के कार्य वातावरण को सुदृढ़ करने और परिचालन तत्परता बढ़ाने के लिए कई तरह की केंद्रित पहल की है। इसके तहत चालक कर्मी दल की सुविधाओं के आधुनिकीकरण और आराम एवं स्वास्थ्य लाभ के लिए अधिक अनुकूल वातावरण बनाने के उद्देश्य से अगरतला में एक नए अत्याधुनिक रनिंग रूम की व्यवस्था की गई है।

रेलवे बोर्ड के दिशानिर्देशों के साथ पूरी तरह से संरेखित इस सुविधा में 24 आवासीय कमरे हैं जिनमें कुल मिला कर 48 बेड हैं। वहीं, 10 सामुदायिक कमरे हैं जिनमें योग और ध्यान हॉल, व्यायामशाला, रसोई और डाइनिंग क्षेत्र भी शामिल हैं। विशेष रूप से, यह एनएफ रेलवे क्षेत्र में पहला रनिंग रूम है जो बेहतर पहुंच के लिए लिफ्ट से सुसज्जित है। सभी 34 कमरे वातानुकूलित हैं, जिनमें चौबीसों घंटे जलापूर्ति, सीसीटीवी निगरानी, समायोज्य प्रकाश व्यवस्था, आपातकालीन निकास और पेस्ट कंट्रोल जैसी अतिरिक्त सुविधाएं हैं।

पूर्वोत्तर सीमांत रेलवे के मुख्य जनसंपर्क अधिकारी कपिंजल किशोर शर्मा ने विज्ञप्ति द्वारा उपरोक्त जानकारी दी है। बताया गया है कि पूर्वोत्तर सीमांत रेलवे अलीपुरद्वार मंडल के अधीन न्यू कूचबिहार में रनिंग रूम में चालक कर्मी दल के सदस्यों के लिए स्वच्छ, सुरक्षित और आरामदायक वातावरण सुनिश्चित होने के कारण आईएसओ 9001: 2015 प्रमाणन भी हासिल हुआ है। गत 28 जून को न्यू कूचबिहार में एक सत्र आयोजित किया गया, जिसमें चालकों के परिवारों को अधिकारियों के साथ बातचीत करने के लिए एक खुला मंच प्रदान किया गया, जिससे उनलोगों का मनोबल बढ़ा है और ड्यूटी के दौरान बेहतर रूप से ध्यान और दक्षता में योगदान मिला है। एनएफ रेलवे ने अपने लोको पायलटों को आधुनिक उपकरणों और प्रौद्योगिकियों का लाभ देने और सशक्त बनाने के लिए कई दूरदर्शी पहल किए हैं। ऑडियो-विजुअल रोड लर्निंग पर जोर दिया गया है, जिससे लोको पायलटों को इमर्सिव डिजिटल मॉड्यूल के माध्यम से महत्वपूर्ण रूटों से परिचित होने में मदद मिलती है, जिससे रूट ज्ञान और परिचालन सुरक्षा बढ़ जाती है।

वहीं, लंबी दूरी की यात्राओं के दौरान आराम को और अधिक सुनिश्चित करने के लिए, लोको पायलटों के विशेष उपयोग के लिए इंजनों में जल रहित मूत्रालय की व्यवस्था की गई हैं। डिजिटल लर्निंग के क्षेत्र में, ‘ज्ञानवापी’ मोबाइल एप्लिकेशन की शुरुआत ने लोको पायलटों को तकनीकी ज्ञान, परिपत्रों और परिचालन दिशानिर्देशों तक आसान पहुंच प्रदान की है। इसके अतिरिक्त, एनएफआर ने ट्रेन परिचालन के दौरान लोको पायलटों की सतर्कता और उपस्थिति सुनिश्चित करने के लिए एक सक्रिय उपाय के रूप में कॉल डिटेल रिकॉर्ड (सीडीआर) विश्लेषण को लागू किया। एक महत्वपूर्ण डिजिटल छलांग के रूप में, 59 स्टेशनों पर डेटा लॉगर्स को कंट्रोल ऑफिस एप्लीकेशन (सीओए) के साथ एकीकृत किया गया है, जिससे ट्रेन परिचालन और चालक दल के प्रदर्शन की बेहतर निगरानी के लिए वास्तविक समय में डेटा की उपलब्धता संभव हो सकी है। ये पहल एनएफआर की संरक्षा, कार्य स्थितियों में सुधार और अपने फ्रंटलाइन परिचालन कर्मचारियों के लिए निरंतर सीखने की प्रतिबद्धता को दर्शाती है।

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